नयी दिल्ली , नवंबर 22 -- शिक्षा मंत्रालय तमिलनाडु और काशी के बीच गहरे सभ्यतागत संबंधों का उत्सव मनाने के लिए दो दिसंबर से काशी तमिल संगमम (केटीएस) 4.0 के चौथे संस्करण का आयोजन करेगा।
शिक्षा मंत्रालय की ओर से शनिवार को बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन से प्रेरित यह पहल दोनों क्षेत्रों के बीच सभ्यतागत, सांस्कृतिक, भाषाई और लोगों के बीच संबंधों का सम्मान करती है और यह एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को दर्शाता है।
मंत्रालय ने कहा कि इस कार्यक्रम का आयोजन आईआईटी मद्रास और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू ) वाराणसी के समन्वय से किया जा रहा है। इसमें संस्कृति मंत्रालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, पर्यटन मंत्रालय, कपड़ा मंत्रालय, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय, भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम तथा उत्तर प्रदेश सरकार का समर्थन किया जा रहा है।
मंत्रालय ने कहा कि इस साल का विषय "तमिल सीखें - तमिल करकलम" होगा जिसका उद्देश्य पूरे भारत में तमिल सीखने को बढ़ावा देना और भारत की शास्त्रीय भाषाई और साहित्यिक विरासत के लिए व्यापक स्तर पर बढ़ावा देना है। यह अभियान चेर, चोल, पांड्य, पल्लव, चालुक्य और विजयनगर काल के सभ्यतागत संबंधों पर प्रकाश डालेगा, साथ ही शास्त्रीय तमिल साहित्य, सिद्ध चिकित्सा और साझा विरासत के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देगा।
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