हैदराबाद , नवंबर 06 -- तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बी शिवधर रेड्डी ने गुरुवार को राज्य की पुलिस को देश में नंबर वन पुलिस बल बताया और परिवीक्षाधीन पुलिस उपाधीक्षकों (डीएसपी) से अनुशासन, ईमानदारी और सहानुभूति के साथ इस मानक को बनाए रखने का आह्वान किया।
श्री रेड्डी ने आज यहां आरबीवीआरआर तेलंगाना राज्य पुलिस अकादमी में परिवीक्षाधीन डीएसपी के प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए हुए कहा कि आने वाले दस महीनों का प्रशिक्षण उनकी नेतृत्व यात्रा के लिए एक मजबूत आधार तैयार करेगा। उन्होंने प्रशिक्षुओं को याद दिलाते हुए कहा,"अनुशासन सज़ा नहीं बल्कि तत्परता है। हर अभ्यास और अनुशासनात्मक कार्रवाई का अर्थ होता है और यह आत्म-नियंत्रण विकसित करने में मदद करता है।" उन्होंने कहा कि यह परिवीक्षाधीन डीएसपी का अब तक का सबसे बड़ा बैच है तथा 38 महिलाओं सहित 112 अधिकारियों की उपस्थिति तेलंगाना पुलिस की बढ़ती ताकत और विविधता को दर्शाती है।
उन्होंने कहा,"नेतृत्व शक्ति से शुरू नहीं होता। यह आपके व्यवहार, ईमानदारी, सहानुभूति और सहकर्मियों के प्रति सकारात्मकता से शुरू होता है।" उन्होंने प्रशिक्षुओं से यह याद रखने का आग्रह किया कि एक पुलिस अधिकारी की असली ताकत वर्दी पर लगे सितारों से नहीं, बल्कि लोगों के विश्वास और सम्मान से आती है। उन्होंने कहा,"हम ऐसे अधिकारियों को प्रशिक्षित करना चाहते हैं जो सम्मान के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करें, ईमानदारी से नेतृत्व करें और करुणा के साथ सुरक्षा करें।"डीजीपी ने कहा कि तेलंगाना पुलिस ग्रेहाउंड्स, ऑक्टोपस, सीआई सेल, टीजीसीएसबी और ईगल जैसी विशेष इकाइयों के माध्यम से आधुनिक पुलिसिंग में एक राष्ट्रीय मॉडल के रूप में उभरी है। उन्होंने कमांड कंट्रोल सेंटर, शी टीम्स, भरोसा सेंटर और सामुदायिक पुलिसिंग जैसी पहलों का भी उदाहरण दिया कि पुलिस बल लोगों से कैसे जुड़ता है।
अकादमी निदेशक अभिलाषा बिष्ट ने कहा कि 42-सप्ताह का प्रशिक्षण कार्यक्रम अनुशासन, नेतृत्व और व्यावसायिकता पर केंद्रित होगा।
उद्घाटन समारोह में आईजीपी एस चंद्रशेखर रेड्डी, एम रमेश, रमेश नायडू, और उप निदेशक एन वेंकटेश्वरलू, मुरलीधर और जी. कविता सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे। इस मौके पर टीजीसीएसबी निदेशक शिखा गोयल, ईगल निदेशक संदीप सांडिल्य, अतिरिक्त डीजीपी (कानून व्यवस्था) महेश भागवत, और पुलिस आयुक्त सी वी सज्जनार (हैदराबाद), सुधीर बाबू (राचकोंडा), और अविनाश महंती (साइबराबाद) इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित