हैदराबाद, सितंबर 26 -- तेलंगाना पुलिस की महिला सुरक्षा शाखा (डब्ल्यूएसडब्ल्यू) ने सार्वजनिक परिवहन में महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 'सुरक्षित गतिशीलता पह नामक एक बहु-एजेंसी सहयोग कार्यक्रम शुरू किया है।

यह कार्यक्रम हैदराबाद, साइबराबाद और राचकोंडा के त्रि-आयुक्तालयों में तेलंगाना राज्य परिवहन निगम (टीजीएसआरटीसी), हैदराबाद मेट्रो रेल, आईसीसीसी, परिवहन विभाग, निजी बस ऑपरेटरों और ऑटो चालक संघों को एक साथ लाने का काम करेगा। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं और लड़कियों के लिए सुरक्षित यात्रा वातावरण बनाना है, जिसमें यौन उत्पीड़न की घटनाओं छेड़छाड़, अनुचित स्पर्श और फ्लैशिंग पर त्वरित प्रतिक्रिया पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

उत्पीड़न का सामना करने वाली महिलाएं तुरंत बस कंडक्टरों, ऑटो चालकों को घटना की सूचना दे सकती हैं, या सीधे 100/112 डायल कर सकती हैं। कंडक्टर और ड्राइवर प्रथम प्रतिक्रिया कर्ता के रूप में कार्य करेंगे और शिकायतों को आपातकालीन सेवाओं तक पहुंचाएंगे। इसके बाद पुलिस गश्ती दल घटनास्थल पर भेजे जाएंगे और शी टीम्स जांच का कार्यभार संभालेगी। जिन मामलों में कोई महिला प्रथम प्रतिक्रिया कर्ता से संपर्क नहीं कर सकती, वे स्वयं सीधे 100/112 पर कॉल कर सकती हैं। प्रत्येक हिस्सेदार विभाग महिला सुरक्षा विंग के साथ समन्वय के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त करेगा, जो जाँच की प्रगति की निगरानी करेगा। यह प्रणाली सुनिश्चित करेगी कि अपराधी अब सार्वजनिक स्थानों पर गुमनामी की आड़ में नहीं छिप सके, जिससे उन महिलाओं की चिंताओं का समाधान होगा जो पहले अज्ञात व्यक्तियों द्वारा उत्पीड़न की रिपोर्ट करने में असहाय महसूस करती थीं।

यह कार्यक्रम वास्तविक समय में समाधान सुनिश्चित करने के लिए डायल 100/112 आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली के साथ पूरी तरह से एकीकृत है। टीजीएसआरटीसी और निजी बसों के कंडक्टरों को पहले संपर्क बिंदु के रूप में कार्य करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। महिला सुरक्षा शाखा ने इस बात पर ज़ोर दिया कि केवल तकनीक और प्रवर्तन ही पर्याप्त नहीं हैं, बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण में बदलाव भी आवश्यक है।

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