अमरोहा , अक्टूबर 29 -- उत्तर भारत के प्रसिद्ध कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान तिगरी मेला स्थल पर इंटरनेट डे पर इंटरनेट ठप्प रहने से डिजिटल उड़ान धड़ाम हो गयीं। ग्रामीण भारत को डिजिटल इंडिया से सशक्त बनाने के सपने अधूरे हैं।

खेती-बाड़ी की चिंता छोड़कर गंगा में आस्था की डुबकी लगा कर पुण्य कमाने की धुन पर श्रृद्धालुओं की भीड़ लगातार तिगरी मेले की ओर बढ़ रही है। एक नवंबर को विधिवत पूजन के बाद मेले का श्रीगणेश होगा। मेला भले ही राजकीय हो गया हो लेकिन मेले पर खर्च होने वाले बजट का अधिकांश हिस्सा वीवीआईपी तथा प्रशासनिक अधिकारियों के कैंपस को सजाने में खप जाता है।श्रद्धालओं को सरकारी सुविधाओं से कोई लेना-देना नहीं है।

29 अक्टूबर को 'इंटरनेट डे' इंटरनेट कनेक्टिविटी ठप्प रहने के लिहाज़ से समस्त भारत से कटा मेला, डिजिटल इंडिया से ग्रामीण भारत की उड़ान आज़ धड़ाम हो गईं। तिगरी धाम गंगा मेले में पहुंचे लाखों श्रद्धालु और इंटरनेट कनेक्टिविटी ठप्प रहने से ग्रामीण भारत की डिजिटल क्रांति का सपना अभी अधूरा है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित