भोपाल , अक्टूबर 18 -- मध्यप्रदेश पुलिस के महानिदेशक श्री कैलाश मकवाणा ने धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा, भाई दूज तथा आगामी मेलों के अवसर पर प्रदेशवासियों की सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जोनल पुलिस महानिरीक्षकों, पुलिस आयुक्त इंदौर और भोपाल, जिला पुलिस प्रमुखों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में एडीजी (इंटेलिजेंस) श्री साई मनोहर, आईजी लॉ एंड ऑर्डर श्री अंशुमान सिंह सहित पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

डीजीपी मकवाणा ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि त्यौहारों के दौरान सभी जिलों में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और किसी भी अप्रिय घटना की संभावना को ध्यान में रखते हुए पुलिस व्यवस्था पूरी तरह चाक-चौबंद रहे। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक अपने-अपने जिलों में बल की समीक्षा करें और संवेदनशील एवं भीड़भाड़ वाले स्थानों पर पर्याप्त तैनाती सुनिश्चित करें। साथ ही बीट स्तर पर इंटेलिजेंस को सक्रिय रखने और सामुदायिक पुलिसिंग के माध्यम से नागरिकों के साथ सतत संवाद बनाए रखने पर जोर दिया।

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बाजारों में खुद निरीक्षण कर प्रभावी व्यवस्था बनाएँ और शहरों के बाहरी इलाकों, मार्गों और प्रमुख स्थानों पर सतत पेट्रोलिंग रखी जाए। दीपावली के दौरान अवैध पटाखा विक्रेताओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए और वैध विक्रेताओं द्वारा सभी सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाए। फायर ब्रिगेड, नगरीय निकाय और स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर आगजनी जैसी घटनाओं की रोकथाम सुनिश्चित की जाए।

डीजीपी ने शहरों के संवेदनशील स्थलों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था रखने, धर्म, जाति या समुदाय आधारित विवादों से जुड़े व्यक्तियों और स्थलों पर निगरानी बनाए रखने और सोशल मीडिया पर प्रसारित भ्रामक या विवादित सामग्री का त्वरित खंडन करने पर भी जोर दिया।

उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में धनतेरस 18 अक्टूबर, दीपावली 20 अक्टूबर, गोवर्धन पूजा 22 अक्टूबर, भाई दूज 23 अक्टूबर के साथ-साथ चित्रकूट मेला सतना (19-20 अक्टूबर), हिंगोट मेला इंदौर (22 अक्टूबर) और रतनगढ़ देवी मेला दतिया (23 अक्टूबर) सहित अन्य बड़े आयोजन संपन्न होंगे।

डीजीपी ने मेला और भीड़ वाले स्थानों में तैनात बल और अधिकारियों को निर्देशित किया कि उनकी ब्रीफिंग विस्तृत और क्षेत्रीय जिम्मेदारी के अनुसार हो। अधिकारी स्वयं निरीक्षण कर पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करें। रात के समय पर्याप्त रोशनी और भीड़ वाले स्थानों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम अनिवार्य रूप से लगाया जाए, ताकि आवश्यकता पड़ने पर नागरिकों को तत्काल दिशा-निर्देश दिए जा सकें।

श्री मकवाणा ने प्रत्येक पुलिसकर्मी से अपेक्षा जताई कि वह अपने आचरण में शालीनता, संवेदनशीलता और अनुशासन बनाए रखे, जिससे पुलिस की सकारात्मक छवि सुदृढ़ हो और नागरिकों में सुरक्षा एवं विश्वास की भावना और मजबूत हो।

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