नारायणपुर , दिसंबर 21 -- छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले से एक दुखद घटना सामने आई है, जहाँ एरिया डोमिनेशन ऑपरेशन से लौटते समय आकस्मिक फायरिंग में रविवार को डीआरजी के एक जवान की जान चली गई।

घटना के बाद पुलिस विभाग में शोक का माहौल है, वहीं जिले भर में इस हादसे को लेकर गहरी संवेदना व्यक्त की जा रही है।

एसपी कार्यालय से आज प्राप्त आधिकारिक जानकारी के अनुसार 20 दिसंबर को नारायणपुर डीआरजी की एक टीम थाना छोटाड़ोंगर क्षेत्रांतर्गत एरिया डोमिनेशन ऑपरेशन के लिए रवाना हुई थी। यह अभियान निर्धारित योजना के तहत संचालित किया गया, जिसमें किसी भी प्रकार की मुठभेड़ या असामान्य स्थिति की सूचना नहीं मिली। अभियान पूर्ण होने के बाद 21 दिसंबर की सुबह डीआरजी की टीम कैम्प कड़ेनार पहुंची।

बताया गया कि अभियान समाप्ति के पश्चात जब डीआरजी के जवान वाहन में सवार हो रहे थे, उसी दौरान एक हथियार से आकस्मिक रूप से फायर हो गया। इस दुर्भाग्यपूर्ण फायरिंग में नारायणपुर डीआरजी में पदस्थ आरक्षक बलदेव सिंह हुर्रा के सिर के पास गोली लग गई। गोली लगते ही जवान गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसके बाद साथियों ने तत्काल उसे धौड़ाई अस्पताल पहुंचाया। धौड़ाई अस्पताल में चिकित्सकों द्वारा घायल जवान को प्राथमिक उपचार दिया गया, लेकिन सिर में गंभीर चोट और अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उपचार के दौरान बलदेव सिंह हुर्रा का निधन हो गया।

जवान की शहादत की खबर मिलते ही पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई।

घटना के संबंध में आवश्यक कानूनी प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। पोस्टमार्टम सहित अन्य वैधानिक औपचारिकताएं नियमानुसार की जा रही हैं। पुलिस प्रशासन द्वारा मामले की जांच भी की जा रही है, ताकि आकस्मिक फायरिंग के कारणों का स्पष्ट रूप से पता लगाया जा सके।

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