रांची , नवम्बर 07 -- झारखंड में ठंड ने इस बार जल्दी ही दस्तक दे दी है।

नवंबर के शुरुआती दिनों में ही राज्य के कई इलाके शीत लहर की चपेट में आ गए हैं। राजधानी रांची समेत सिमडेगा, खूंटी और अन्य जिलों में शाम होते ही लोग मोटे शॉल और कंबल ओढ़ने लगे हैं। खास बात यह है कि सिमडेगा और खूंटी जैसे जिलों में शाम 6 बजे के बाद सड़कों पर सन्नाटा छा जाता है, क्योंकि न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया जा रहा है।

मौसम विभाग के अनुसार, अभी यह ठंड की शुरुआत है और आने वाले 48 घंटों में तापमान में और गिरावट आने की संभावना है। अनुमान है कि न्यूनतम तापमान में करीब 3 डिग्री और कमी आ सकती है, जिससे पारा 10 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। फिलहाल, कोडरमा, गढ़वा, लातेहार, सिमडेगा, देवघर, चतरा, पलामू और खूंटी जिलों में न्यूनतम तापमान 12 से 13 डिग्री के बीच बना हुआ है, जबकि अधिकतम तापमान 24 से 26 डिग्री के आसपास है। राज्य के अन्य इलाकों में भी ठंड में वृद्धि हो रही है, जहां न्यूनतम तापमान 15 से 17 डिग्री और अधिकतम तापमान 26 से 27 डिग्री तक रहने का अनुमान है।

मौसम विभाग ने बताया कि आगामी दो दिनों तक सुबह के तापमान में स्थिरता रहेगी, लेकिन इसके बाद हवा के बदलाव और तेजी आने से न्यूनतम तापमान में तेज गिरावट देखने को मिलेगी। इसके कारण सुबह के समय घना कुहासा भी छाएगा। हालांकि दोपहर का मौसम आमतौर पर साफ रहेगा।

इस बार मौसम विभाग ने कड़ाके की ठंड पड़ने की अप्रत्याशित चेतावनी दी है। इसके पीछे इस साल के मौसम में ला नीना प्रभाव का असर माना जा रहा है, जिसके कारण ठंड का मौसम मध्य मार्च तक बना रह सकता है। इस स्थिति का मतलब है कि झारखंड के लोगों को इस बार स्वेटर पहनकर होली जैसा त्योहार मनाना पड़ सकता है। खासतौर पर दिसंबर और जनवरी के महीने बेहद ठंडे और हाड़ कंपाने वाले होंगे।

मौसम विभाग ने लोगों को ठंड की इस बढ़ती मार के मद्देनजर खुद को गर्म रखने के लिए जरूरी इंतजाम कर लेने की सलाह दी है। खासतौर पर बुजुर्ग, बच्चे और बीमार लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। इसके अलावा गाड़ियों और अन्य वाहनों की तैयारी भी कर लेनी चाहिए क्योंकि सुबह के समय कुहासा होने की सम्भावना से सड़क मार्ग पर दृश्यता कम हो सकती है।

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