अलवर , अक्टूबर 08 -- राजस्थान में फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाईल डीलर्स एसोसिएशन्स (एफएडीए) राजस्थान चैप्टर ने हाल ही में लागू हुए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) 2.0 सुधारों को लेकर ग्राहकों एवं हितधारकों काे जागरुक करने के लिए व्यापक अभियान प्रारंभ किया है।

इस संबंध में बुधवार को एक होटल में कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें ऑटोमोबाइल्स डीलर्स एवं जीएसटी अधिकारी मौजूद थे। इस अवसर पर एक पोस्टर का विमोचन भी किया गया।

कार्यक्रम में केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) आयुक्त सुमित कुमार यादव ने बताया कि जीएसटी के सरलीकरण की पृष्ठभूमि में अगर देखें तो इस पर करीब डेढ़ वर्ष से काम किया जा रहा था। हर क्षेत्र के संगठनों से बातचीत की जा रही थी। इसके प्रभाव को लेकर बाजार का सर्वेक्षण किया जा रहा था। यह अचानक लिया गया निर्णय नहीं है । इस पर काफी लंबे समय से काम चल रहा था ।

उन्होंने कहा कि किसानों के संसाधनों पर पांच प्रतिशत जीएसटी की गई है। यह किसानों के लिए बहुत फायदेमंद है। इससे ऑटोमोबाइल सेक्टर को पनपने में सहायता मिलेगी। जीएसटी विभाग का मुख्य मकसद यह है की जो कर कम हुआ है इसका ग्राहकों को फायदा हो।

एफएडीए के पूर्व अध्यक्ष निकुंज सांघी ने बताया कि यह आजादी के बाद पहला बड़ा कर सुधार है। पहली बार ऐसा हुआ है कि 10 प्रतिशत तक गाड़ियों के दाम घटे हैं। खरीदारों में खुशी की लहर है। जो उपभोक्ता गाड़ी लेने की सोच भी नहीं सकता अब कर कम होने से गाड़ी लेने की सोच रहा है। छोटी-छोटी गाड़ियां भी काफी बिक रही है। दो पहिया वाहनों की भी काफी बिक्री बढ़ी है।

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