जयपुर , नवंबर 15 -- वन्यजीव संरक्षण और कला-संस्कृति के संगम का प्रतीक बन चुका जयपुर टाइगर फेस्टिवल आगामी 11 से 14 दिसंबर तक आयोजित किया जायेगा और राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े को इसका निमंत्रण दिया गया हैं।
जवाहर कला केंद्र में होने वाले इस महोत्सव को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं और फेस्टिवल के आयोजकों ने शनिवार को श्री बागडे से मुलाकात कर कार्यक्रम का निमंत्रण दिया। इस अवसर परराज्यपाल ने जयपुर टाइगर फेस्टिवल के रूप में कला-संस्कृतिक के सौंदर्य से सराबोर वन्यजीव संरक्षण के प्रति अलख जगाने वाले इस प्रयास की सराहना की और अपनी उपस्थिति के लिए आश्वस्त किया।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हाल में जयपुर टाइगर फेस्टिवल के सातवें संस्करण का पोस्टर जारी किया था। फाउंडर पैट्रन धीरेंद्र के गोधा ने बताया कि इस बार फेस्टिवल को अधिक भव्य रूप दिया जा रहा है, जिसमें कई नई गतिविधियाँ और प्रतियोगिताएं जोड़ी गई हैं। फेस्टिवल के दौरान स्कूलों और कॉलेजों के एक लाख से अधिक विद्यार्थी बाघ संरक्षण और पर्यावरण जागरूकता से जुड़े कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
संस्था के अध्यक्ष संजय खवाड़ ने बताया कि इस बार करीब 200 से अधिक स्टॉल लगाए जाएंगे, जिनमें कला, संस्कृति और मनोरंजन से जुड़े आकर्षक प्रदर्शन होंगे। वहीं, सचिव आनंद अग्रवाल ने जानकारी दी कि कार्यक्रम में टाइगर फोटोग्राफ्स के साथ टाइगर पेंटिंग्स, वन्यजीव फोटोग्राफ्स और डाक टिकटों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। लगभग तीन लाख लोगों के फेस्टिवल में आने की संभावना है, जिनमें विदेशी पर्यटक भी शामिल होंगे।
संयुक्त सचिव अरुण नारंग ने बताया कि प्रतिभागियों को नकद पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। आगंतुकों के लिए लाखों रुपये के लकी ड्रॉ इनाम भी रखे गए हैं।
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