जम्मू, सितंबर 28 -- जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आज इस बात पर प्रकाश डाला कि व्यापक बुनियादी ढाँचे के विकास और निवेशक-अनुकूल नीति ने जम्मू-कश्मीर को उत्तर भारत के एक आकर्षक निवेश स्थल में बदल दिया है।
वह कठुआ के बसोहली में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग और आईसीआईसीआई बैंक द्वारा आयोजित 'निवेशक सम्मेलन' को संबोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा कि भारत सरकार जम्मू-कश्मीर के औद्योगिक विकास को सुगम बनाने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
"उद्योग आर्थिक विकास, रोज़गार सृजन और आय बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में औद्योगिक विकास को और बढ़ावा देने के लिए 'उद्योग विकास के लिए केंद्रीय क्षेत्र योजना' के तहत प्रोत्साहनों के विस्तार के प्रयास किए जा रहे हैं। उपराज्यपाल ने कहा, "हमारा ध्यान समावेशी और सतत औद्योगिक विकास पर है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आर्थिक विकास पूरे समाज में समान रूप से साझा हो।"उन्होंने आगे ज़ोर दिया कि आर्थिक विकास का सबसे बड़ा लाभार्थी गरीब और गाँव होने चाहिए।
उपराज्यपाल ने बसोहली के आतिथ्य और औद्योगिक क्षेत्रों की विकास संभावनाओं के बारे में भी बात की।
उन्होंने कुशल कार्यबल विकसित करने और स्थानीय हस्तशिल्प एवं हथकरघा उत्पादों के लिए बेहतर बाज़ार संपर्क प्रदान करने हेतु एक समर्पित अभियान चलाने का आह्वान किया।
उन्होंने उद्योग विभाग से बसोहली के पश्मीना, हस्तशिल्प और चित्रकला के लिए क्यूआर कोडिंग शुरू करने का अनुरोध किया।
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