लखनऊ , नवम्बर 12 -- उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और ललितपुर पुलिस ने संयुक्त अभियान में करोड़ों रुपये की ठगी के एक मामले में छह वर्षों से फरार चल रही 50 हजार रुपये की इनामी महिला प्रियंका सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार को एसटीएफ ने उसे लखनऊ के जानकीपुरम इलाके से पकड़ा है।
एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक सुधांशु शेखर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी से गहन पूछताछ की जा रही है। जबकि गिरोह के अन्य फरार साथी राजेश कुमार सिंह, दीपक शुक्ला, दुर्गेश जायसवाल और विक्रांत त्रिपाठी की तलाश में पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।
गौरतलब है कि वर्ष 2019 में ललितपुर में दर्ज करोड़ों की ठगी के एक मामले में प्रियंका सिंह वांछित थी। उसे पकड़ने के लिए लंबे समय से प्रयास जारी थे। झांसी पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। पूछताछ में प्रियंका सिंह ने बताया कि उसने वर्ष 2011 में अपने पति राजेश कुमार सिंह और साथियों दीपक शुक्ला, आशीष श्रीवास्तव, दुर्गेश जायसवाल और विक्रांत त्रिपाठी के साथ मिलकर एक कंपनी शुरू की थी। कंपनी का रजिस्टर्ड दफ्तर हजरतगंज, लखनऊ में था, जबकि एक शाखा ललितपुर में संचालित की जा रही थी।
आरोप है कि कंपनी ने एजेंट बनाकर लोगों से अनुबंध कराए, फर्जी एफडी और खाते खुलवाए, और निवेशकों से करोड़ों रुपये जमा कराए। जब बड़ी रकम जमा हो गई, तो कंपनी के निदेशक और स्टाफ एक रात में सभी दस्तावेज लेकर फरार हो गए। बाद में निवेशकों ने अपने पैसे की वापसी न मिलने पर कोतवाली ललितपुर में ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
अधिकारियों ने बताया कि इस गिरोह के एक अन्य डायरेक्टर आशीष श्रीवास्तव को एसटीएफ ने पहले ही 29 जून 2025 को इंदौर (मध्य प्रदेश) से गिरफ्तार कर लिया था।
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