पटना , नवंबर 04 -- बिहार में 243 विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव में कई बाहुबली नेता फिर से तेवर दिखाएंगे, वहीं उनके रिश्तेदार भी जौहर दिखाने को बेताब हैं।
बिहार में बाहुबली और आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोग पिछले कई सालों से बिहार चुनाव में अपनी दावेदारी पेश करते आए हैं। वर्तमान में बिहार के कई बाहुबली आपराधिक कृत्य के लिए जेल की हवा खा रहे हैं, लेकिन ऐसे बाहुबलियों का खौफ इनके चुनावी क्षेत्र में आज भी कायम है।
पटना जिले की हाइप्रोफाइल मोकामा सीट से पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के टिकट पर छठी बार जोर आजमा रहे हैं। 'छोटे सरकार' के नाम से चर्चित अनंत सिंह फरवरी एवं अक्टूबर 2005, 2010 ,2015 और 2020 में निर्वाचित हुये हैं। इसी सीट से पूर्व बाहुबली सांसद सूरजभान सिंह की पत्नी और पूर्व सासंद वीणा देवी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के टिकट पर चुनावी समर में उतरी हैं और जदयू उम्मीदवार अनंत सिंह को चुनौती पेश कर रही हैं। दानापुर विधानसभा सीट एक आपराधिक मामले में जेल में बंद बाहुबली राजद विधायक रीत लाल यादव चुनावी अखाड़े में जोर आजमा रहे हैं।
बक्सर जिले की डुमरांव विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री बाहुबली छवि वाले ददन यादव बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर चुनावी मैदान में डटे हैं।ब्रहमपुर सीट से चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के टिकट पर पूर्व विधान पार्षद बाहुबली हुलास पांडेय जोर आजमा रहे हैं। गोपालगंज जिले की कुचायकोट सीट पर जदयू के बाहुबली विधायक अमरेन्द्र पांडेय सियासी पिच पर छक्का मारने के लिये समर में उतरे हैं।
वैशाली जिले की लालगंज सीट से राजद ने पूर्व बाहुबली विधायक विजय कुमार शुक्ला उर्फ मुन्ना शुक्ला की पुत्री शिवानी शुक्ला पर दांव लगाया है।लालगंज सीट वर्ष 2000 से वर्ष 2010 तक शुक्ला परिवार के पास रही है। श्री शुक्ला वर्ष 2000, फरवरी एवं अक्टूबर 2005 जबकि उनकी पत्नी अन्नू शुक्ला वर्ष 2010 में इस सीट से निर्वाचित हुई थीं।
भोजपुर जिले की संदेश सीट से राजद ने पूर्व बाहुबली विधायक अरुण यादव और विधायक किरण देवी के पुत्र दीपू सिंह को चुनावी दंगल में उतारा है। वहीं शाहपुर सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बाहुबली छवि वाले नेता दिवंगत विश्वेश्वर ओझा के पुत्र राकेश ओझा पर भरोसा जताते हुये उन्हें चुनावी रणभूमि में उतारा है।तरारी से पूर्व बाहुबली विधायक सुनील पांडेय के पुत्र और भाजपा विधायक विशाल प्रशांत चुनावी अखाड़े में फिर ताल ठोक रहे हैं।
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