चित्तौड़गढ़ , नवम्बर 17 -- राजस्थान में चित्तौड़गढ़ जिले को जल संचय जन भागीदारी कार्यक्रम में 25 लाख रुपये के राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार जल संचय जन भागीदारी 1.0 भारत सरकार का एक व्यापक सामुदायिक कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य जल संसाधनों के संरक्षण, प्रबंधन और पुनर्भरण को जनभागीदारी के माध्यम से मजबूत बनाना है। बढ़ते भूजल संकट, घटते जलस्तर और अनियमित वर्षा जैसी चुनौतियों को देखते हुए यह अभियान सरकार, पंचायतों, स्वयंसेवी संगठनों और आमजन को एकजुट करके प्रभावी कार्य करने पर केंद्रित है। कार्यक्रम की अवधि एक अप्रैल 2024 से 31 मई 2025 निर्धारित थी।
सूत्रों ने बताया कि कार्यक्रम के तहत जिले में ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग, वन विभाग, जलग्रहण विकास एवं भू संरक्षण विभाग, जल संसाधन विभाग आदि के संयुक्त दलों द्वारा 7,540 जल संग्रहण एवं भूजल पुनर्भरण संरचना जैसे एनिकट, रोकबंधा, तलाई, रिसाव तालाब, छत पर वर्षा जल संचयन प्रणाली, सोक-पिट (सोख्ता गड्ढा) और रिचार्ज शाफ्ट का निर्माण एवं जीर्णोद्धार किया गया।
एक अप्रैल 2024 से 15 जुलाई 2024 तक चलाए गए विशेष अभियान का प्रभाव जिले के भूजल स्तर में स्पष्ट रूप से देखा गया। भूजल विभाग द्वारा जारी 2024 के मानसून पूर्व एवं मानसून पश्चात् आंकड़ों के अनुसार चित्तौड़गढ़ जिले में भूजल स्तर में 13.99 मीटर की वृद्धि दर्ज की गई, जो राज्य में सर्वाधिक है। यह उपलब्धि जिले के सुनियोजित प्रयासों और जनभागीदारी आधारित जल संरक्षण की सफलता को प्रमाणित करती है।
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