दंतेवाड़ा , नवंबर 10 -- भारत सरकार की महत्वाकांक्षी "प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना" आम नागरिकों के लिए राहत और आत्मनिर्भरता की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही है। दंतेवाड़ा नगर की जीएडी कॉलोनी निवासी श्रीमती रीता मिश्रा इस योजना की एक सफल हितग्राही के रूप में सामने आई हैं। उन्होंने अपने घर की छत पर "रूफटॉप सोलर पावर प्लांट" लगाकर न केवल बिजली बिल से मुक्ति पाई है, बल्कि अब वह अपने घर में उपभोग से अधिक बिजली उत्पादन कर रही हैं।
रीता मिश्रा बताती हैं कि पहले हर महीने आने वाले भारी बिजली बिल से उनका घर का बजट बिगड़ जाता था, लेकिन अब सोलर पैनल लगने के बाद उनका बिजली बिल लगभग शून्य हो गया है। इससे उन्हें आर्थिक राहत मिली है और अब वे बिजली कंपनी को अतिरिक्त बिजली बेचकर अतिरिक्त आय भी अर्जित कर रही हैं।
यह योजना नागरिकों को आत्मनिर्भर ऊर्जा उत्पादक बनने की दिशा में प्रेरित कर रही है। सरकार की इस पहल के तहत राज्य और केंद्र दोनों स्तरों पर आकर्षक अनुदान प्रदान किया जा रहा है। राज्य शासन ने हितग्राहियों को और अधिक लाभ दिलाने के लिए अतिरिक्त वित्तीय सहायता देने का निर्णय लिया है। इसके तहत अब 1 किलोवाट, 2 किलोवाट और 3 किलोवाट या उससे अधिक क्षमता के सोलर संयंत्र लगाने पर कुल सहायता राशि क्रमशः 45 हजार रुपये, 90 हजार रुपये और एक लाख आठ हजार तक होगी।
योजना की ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया भी बेहद सरल है। इच्छुक उपभोक्ता "पीएम सूर्य घर" पोर्टल पर जाकर अपना पंजीयन करा सकते हैं, बिजली वितरण कंपनी और राज्य का चयन करने के बाद उपभोक्ता नंबर व मोबाइल नंबर दर्ज कर आवेदन किया जा सकता है। अनुमोदन प्राप्त होने के बाद पंजीकृत वेंडर द्वारा इंस्टॉलेशन किया जाता है और नेट मीटर के लिए आवेदन भी इसी पोर्टल से संभव है।
श्रीमती रीता मिश्रा और उनके पति अशोक मिश्रा बताते हैं कि योजना में शामिल होने के लिए उन्हें किसी सरकारी दफ्तर या बैंक के चक्कर नहीं लगाने पड़े। सारा कार्य विद्युत वितरण कंपनी और अधिकृत वेंडरों द्वारा समय पर पूरा किया गया।
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