फगवाड़ा , अक्टूबर 09 -- प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) के अंतर्गत गुरुवार को फगवाड़ा उप-मंडल के विभिन्न सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में गर्भवती महिलाओं के लिए निःशुल्क स्वास्थ्य जांच के साथ-साथ सुरक्षित गर्भावस्था प्रथाओं पर जागरूकता सत्र आयोजित किये गये। इस पहल का नेतृत्व स्त्री रोग विशेषज्ञों ने किया, जिन्होंने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य पर मार्गदर्शन प्रदान किया।

वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ सिमरदीप कौर ने इस बात पर जोर दिया कि यह कार्यक्रम मुख्य रूप से दूसरी और तीसरी तिमाही में गर्भवती महिलाओं को लक्षित करता है, विशेष रूप से उन महिलाओं को जो उच्च जोखिम के रूप में पहचानी गयी हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उन्हें समय पर उपचार और निगरानी मिले। उन्होंने बताया कि उच्च जोखिम वाली और अन्य गर्भवती महिलाओं के लिए हर महीने की नौ और 23 तारीख को सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर निःशुल्क जांच की जाती है।

डॉ. कौर ने गर्भवती महिलाओं और आम जनता से इन निःशुल्क सेवाओं का पूरा लाभ उठाने का आग्रह किया और अप्रशिक्षित कर्मियों से प्रसवपूर्व देखभाल लेने के प्रति आगाह किया, क्योंकि इससे मां और बच्चे दोनों को खतरा हो सकता है। मातृ स्वास्थ्य के महत्व पर प्रकाश डालते हुए डॉ. कौर ने दोहराया कि सभी गर्भवती महिलाओं को चार आवश्यक प्रसवपूर्व जांच (एएनसी) करवानी चाहिए, जो सरकारी अस्पतालों में पूरी तरह से निःशुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं।

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