लखनऊ , नवम्बर 21 -- उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग तथा हथकरघा मंत्री राकेश सचान ने कहा है कि "खादी महात्मा गांधी के स्वावलंबन के विचार से जुड़ी है और आज प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नेतृत्व में खादी पुनः राष्ट्रीय पहचान की शान बन रही है। प्रदेश के सभी 18 मंडलों में खादी प्रदर्शनियों का आयोजन कर ग्रामीण उत्पादों को बड़ा बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है।"श्री सचान ने शुक्रवार को केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, गोमतीनगर में शुक्रवार को 10 दिवसीय खादी महोत्सव-2025 का भव्य शुभारंभ किया। उन्होंने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण, दीप प्रज्ज्वलन एवं फीता काटकर आयोजन की शुरुआत की। महोत्सव में प्रदेशभर से आए 160 से अधिक उद्यमियों द्वारा खादी एवं ग्रामोद्योग से निर्मित उत्कृष्ट उत्पादों का प्रदर्शन किया जा रहा है।

उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा वर्तमान में 3,90,000 से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 21 प्रतिशत अधिक है। वर्ष 2025 में 66,640 युवाओं को टूलकिट देकर स्वरोजगार से जोड़ा गया है। दोना-मेकिंग मशीन, पॉपकॉर्न मशीन, हनी बॉक्स और विद्युत चालित चाक जैसे उपकरण ग्रामीण महिलाओं एवं युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं।

प्रमुख सचिव अनिल कुमार सागर ने कहा कि आधुनिक डिजाइन, फैशन शो और निफ्ट जैसी संस्थाओं की सहभागिता से खादी युवाओं की पसंद बन रही है। अमेज़न और फ्लिपकार्ट जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से खादी उत्पादों को राष्ट्रीय व वैश्विक बाजारों तक पहुँचाया जा रहा है, जिससे कारीगरों की आय में वृद्धि हो रही है।

कार्यक्रम में चयनित उद्यमियों व लाभार्थियों को पुरस्कृत किया गया। राज्य स्तरीय उत्कृष्ट इकाइयों के रूप में मेरठ के दीपक कुमार को प्रथम पुरस्कार (40,000), गोण्डा की ममता को द्वितीय पुरस्कार (30,000) तथा हाथरस के संजय सिंह को तृतीय पुरस्कार (20,000) प्रदान किए गए। इसके अलावा चयनित लाभार्थियों को दोना-मेकिंग मशीन, पॉपकॉर्न मशीन, हनी बॉक्स और विद्युत चालित चाक वितरित किए गए।

लखनऊ वासियों से अपील की गई कि वे अधिकाधिक संख्या में पहुंचकर खादी उत्पादों की खरीदारी कर ग्रामीण कारीगरों को प्रोत्साहित करें। कार्यक्रम में विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

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