तिरुवनंतपुरम , नवंबर 15 -- केरल में राज्य चुनाव आयोग ने आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में हरित प्रोटोकॉल का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए व्यापक दिशा-निर्देश जारी किया।

ये उपाय चुनाव आयोग, स्थानीय स्वशासन विभाग और सुचित्वा मिशन की देखरेख में लागू किए जाएंगे। सुचित्वा मिशन के कार्यकारी निदेशक को हरित प्रोटोकॉल कार्यान्वयन की देखरेख के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।

चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार, चुनाव अवधि के दौरान प्लास्टिक, पीवीसी, फ्लेक्स बोर्ड, थर्मोकोल कप, प्लास्टिक की बोतलें एवं डिस्पोजेबल प्लास्टिक पार्सल के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है।

बैनर, बोर्ड और होर्डिंग जैसी प्रचार सामग्री तैयार करने के लिए केवल पर्यावरण-अनुकूल विकल्पों जैसे कागज़, पीसीबी-प्रमाणित सूती कपड़ा और फिर से इस्तेमाल होने योग्य पॉलीथीन का ही उपयोग किया जा सकता है। राजनीतिक दलों को अपने चुनाव कार्यालयों को केवल प्राकृतिक एवं पर्यावरण-अनुकूल सामग्रियों से ही सजाना होगा।

मतदान केंद्रों, मतगणना केंद्रों और प्रशिक्षण स्थलों पर परोसे जाने वाले भोजन एवं पेय पदार्थ केवल स्टील, कांच या चीनी मिट्टी के बर्तनों में ही उपलब्ध कराए जाने चाहिए। भोजन के लिए प्लास्टिक पैकेजिंग पर प्रतिबंध है और इसके बजाय केले के पत्तों या पुन: उपयोग करने योग्य कंटेनरों का उपयोग करने के निर्देश दिया गया है।

सभी प्रचार अभियानों एवं आधिकारिक चुनाव प्रचार के लिए पर्यावरण-अनुकूल सामग्री का उपयोग करना अनिवार्य है। मतदान सामग्री की व्यवस्था एवं परिवहन में भी प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया गया है।

चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद, राजनीतिक दलों एवं उम्मीदवारों को उपयोगकर्ता शुल्क जमा करके सारा चुनाव कचरा हरित कर्म सेना को सौंपना होगा। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो स्थानीय निकाय कचरा हटायेंगे और उम्मीदवारों से उसकी लागत वसूलेंगे।

स्थानीय निकाय सचिवों को मतदान एवं मतगणना के दिनों में मतदान केंद्रों, वितरण केंद्रों और मतगणना केंद्रों पर स्वाभाविक रूप से क्षरण योग्य और स्वाभाविक रूप से गैर क्षरण योग्य कचरे के लिए अलग-अलग कूड़ेदान का उपयोग करने का निर्देश दिया गया है।

चुनावों के बाद, स्थानीय निकायों द्वारा क्लीन केरल कंपनी, हरित कर्म सेना, स्वयंसेवकों एवं राजनीतिक दलों के सहयोग से चुनावी गतिविधियों से उत्पन्न कचरा साफ किया जाएगा।

दिशा-निर्देशों में ध्वनि प्रदूषण पर सख्त नियंत्रण रखने का निर्देश दिया गया है तथा आतिशबाजी का उपयोग केवल कानूनी मानदंडों के अनुसार ही करने की अनुमति है।

चुनावों के संबंध में, राज्य चुनाव आयुक्त ए. शाहजहां ने सुचित्वा मिशन द्वारा तैयार "हरित प्रोटोकॉल अनुपालन - प्रश्न और उत्तर" पुस्तिका का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के स्थानीय निकाय चुनावों का विषय "पृथ्वी की रक्षा करते हुए मतदान करें" है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित