तिरुवनंतपुरम , नवंबर 16 -- मंडला-मकरविलक्कु तीर्थयात्रा सीजन की शुरुआत के साथ ही केरल स्वास्थ्य विभाग ने सबरीमाला भगवान अयप्पा मंदिर जाने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए एक व्यापक चिकित्सा सहायता प्रणाली सक्रिय कर दी है।
स्वास्थ्य केंद्रों, मेडिकल कॉलेजों और प्रशिक्षित स्वयंसेवी समूहों की चिकित्सा टीमों को सभी प्रमुख प्रवेश मार्गों पर तैनात किया गया है। आपातकालीन सेवाओं के समन्वय और आवश्यकता पड़ने पर तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए पंबा में एक 24 घंटे काम करने वाला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है।
राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने श्रद्धालुओं से तीर्थयात्रा के दौरान अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहने और चढ़ाई के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा होने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लेने का आग्रह किया है। तीर्थयात्रियों का अधिक प्रभावी मार्गदर्शन करने के लिए मलयालम, अंग्रेजी, हिंदी, तमिल, तेलुगु और कन्नड़ में जागरूकता अभियान भी शुरू किए गये हैं।
त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड के सहयोग से पंबा और सन्निधानम के बीच ट्रैकिंग पथ पर आपातकालीन चिकित्सा केंद्र स्थापित किए गये हैं। कोन्नी मेडिकल कॉलेज को इस सीज़न के लिए बेस अस्पताल बनाया गया है, जबकि पथानामथिट्टा जनरल अस्पताल ने हृदय संबंधी आपात स्थितियों से निपटने के लिए चौबीसों घंटे कैथ लैब सुविधाओं सहित अपनी आपातकालीन कार्डियोलॉजी सेवाओं का विस्तार किया है। त्वरित चिकित्सा सहायता सुनिश्चित करने के लिए कनिव 108 एम्बुलेंस सेवा और सन्निधानम और पंबा के बीच चलने वाली एक विशेष एम्बुलेंस शुरू की गयी है। तीर्थयात्रा मार्ग के सभी अस्पतालों को वेंटिलेटर, डिफाइब्रिलेटर, कार्डियक मॉनिटर और निलक्कल तथा पंबा में पूर्ण प्रयोगशाला की सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है।
यहां जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया है कि पंबा और सन्निधानम पूरी तरह से चालू ऑपरेशन थिएटर काम कर रहे हैं। पंडालम वलिया कोइकल मंदिर में एक अस्थायी चिकित्सा औषधालय स्थापित किया गया है, और अदूर, वडस्सेरिक्कारा तथा पथानामथिट्टा में कम से कम एक मेडिकल स्टोर चौबीसों घंटे खुला रहेगा। खाद्य सुरक्षा विभाग ने तीर्थयात्रा मार्ग पर खाद्य दुकानों का निरीक्षण करने के लिए विशेष दस्ते तैनात किये हैं और सभी खाद्य-संचालन कर्मचारियों के लिए एक वैध स्वास्थ्य कार्ड रखना अनिवार्य कर दिया है। अधिकारियों ने श्रद्धालुओं को सलाह दी है कि यदि वे किसी बीमारी का इलाज करा रहे हैं तो अपने मेडिकल रिकॉर्ड और नियमित दवाइयाँ साथ रखें और व्रत की अवधि के दौरान निर्धारित दवाइयाँ लेना बंद न करें। पवित्र स्नान करने वालों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि पानी नाक में न जाए। तीर्थयात्रियों को कठिन चढ़ाई के लिए शरीर को तैयार करने के लिए यात्रा से कई दिन पहले हल्के व्यायाम, जैसे पैदल चलना, शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। श्रद्धालुओं से आग्रह किया गया है कि वे पहाड़ी पर धीरे-धीरे चढ़ें, पर्याप्त आराम करें, और थकान, सीने में दर्द, चक्कर आना या साँस लेने में तकलीफ होने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लें। आपातकालीन सहायता 04735 203232 पर उपलब्ध है।
स्वास्थ्य विभाग तीर्थयात्रियों को केवल उबला हुआ और ठंडा पानी पीने, भोजन से पहले साबुन से हाथ धोने, केवल अच्छी तरह से धुले हुए फल खाने और बासी या खुला भोजन खाने से बचने की सलाह दी है। उन्होंने संक्रमण से बचने के लिए खुले स्थानों के बजाय निर्दिष्ट शौचालयों का उपयोग करने और बाद में हाथ धोने पर ज़ोर दिया है। श्रद्धालुओं से कूड़ा-कचरा फैलाने से बचने और केवल निर्दिष्ट कूड़ेदानों में ही कचरा डालने का अनुरोध किया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी तीर्थयात्रियों से इन दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करने और एक सुरक्षित, स्वस्थ और आध्यात्मिक रूप से पूर्ण सबरीमाला तीर्थयात्रा सुनिश्चित करने के लिए चिकित्सा कर्मियों के साथ सहयोग करने की अपील की है।
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