तिरुवनंतपुरम , अक्टूबर 25 -- केरल में अगले पांच दिनों में बहुत भारी बारिश की आशंका के चलते पूरे राज्य में 'ऑरेंज और येलो अलर्ट' जारी किया गया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को यह चेतावनी जारी की। केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने प्रदेशवासियों से सतर्क रहने और जिला एवं स्थानीय अधिकारियों को जारी सुरक्षा निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है।
आईएमडी के नवीनतम पूर्वानुमान के अनुसार 25 से 28 अक्टूबर तक कई जिलों में 24 घंटों में सात से 11 सेंमी तक भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। कन्नूर और कासरगोड जिलों में शनिवार को एक-दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। रविवार को कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड में भी इसी तरह की बारिश होने का अनुमान जताया गया है।
विभाग ने कहा कि सोमवार को इडुक्की, एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड में भारी बारिश हो सकती है। वहीं 28 अक्टूबर को तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथानामथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम और इडुक्की में भारी बारिश का अनुमान है।
आईएमडी ने 24 अक्टूबर को तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, कन्नूर और कासरगोड के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है जो 24 घंटों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बहुत भारी बारिश का अनुमान दर्शाता है।
कन्नूर और कासरगोड में आज और कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड में कल, सोमवार को इडुक्की, एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड में और 28 अक्टूबर को तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथानामथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम और इडुक्की में भारी बारिश के आसार हैं।
केएसडीएमए ने चेतावनी दी है कि गरज के साथ भारी बारिश से संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन, अचानक बाढ़ और जलभराव हो सकता है। पहाड़ी क्षेत्रों, नदी तटों, जलाशयों और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को एहतियात के तौर पर सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। निवासियों से जलभराव वाली सड़कों से यात्रा करने से बचने और नहाने, मछली पकड़ने या दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिए नदियों, नालों और अन्य जल निकायों में प्रवेश करने से बचने का भी आग्रह किया गया है।
केएसडीएमए ने जनता को उफनती नदियों के पास पुलों और ऊंचे प्लेटफार्मों से दूर रहने और खतरनाक स्थानों के पास सेल्फी लेने या इकट्ठा होने से बचने की सलाह दी है। कमज़ोर ढांचे या अस्थिर छतों वाले घरों में रहने वालों को तेज़ हवाओं की संभावना के कारण विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है।
मौसम की स्थिति में सुधार होने तक पहाड़ी और उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों की यात्रा से बचना चाहिए। वाहन चालकों को सलाह दी जाती है कि वे जल निकायों से सटी सड़कों और मरम्मत के अधीन सड़कों पर अतिरिक्त सावधानी बरतें। भारी बारिश के दौरान दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है इसलिए बाढ़ वाले इलाकों से वाहन चलाने से सख्ती से बचना चाहिए।
आपदा-प्रवण क्षेत्रों के निवासियों को आपातकालीन किट तैयार रखने और आवश्यक आपूर्ति और दस्तावेज़ों को सुरक्षित रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। आपातकालीन किट तैयार करने के विस्तृत दिशानिर्देश केएसडीएमए वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। आपात स्थिति में या सहायता के लिए जनता टोल-फ्री नंबर 1077 और 1070 के माध्यम से 24 गुणा सात जिला और तालुका नियंत्रण कक्षों से संपर्क कर सकती है।
मौसम विभाग ने कहा है कि मौसम की स्थिति में बदलाव के आधार पर अलर्ट संशोधित किए जा सकते हैं।
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