तिरुवनंतपुरम, सितंबर 27 -- केरल में अफ्रीकी स्वाइन बुखार (एएसएफ) की पुष्टि हुई है, जिसके बाद अधिकारियों ने रोग के प्रसार को रोकने के लिए त्रिशूर जिले में सख्त रोकथाम उपाय लागू किए हैं।

भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान में नमूनों की जांच सकारात्मक आने के बाद मुलंकुन्नाथुकावु ग्राम पंचायत के वार्ड छह में इस प्रकोप की सूचना मिली।

पुष्टि के बाद, पशुपालन विभाग ने कार्रवाई शुरू की और प्रभावित क्षेत्र में एक त्वरित प्रतिक्रिया दल तैनात किया।

संक्रमित फार्म के आसपास के एक किलोमीटर के दायरे को कंटेनमेंट ज़ोन घोषित किया गया है जबकि 10 किलोमीटर के दायरे को निगरानी में रखा गया है। सूत्रों ने बताया कि ज़िला कलेक्टर अर्जुन पांडियन ने ज़िला पशुपालन अधिकारी को प्रतिबंधों को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया है।

सूअरों को दूसरे जिलों में ले जाने, सूअर के मांस का वितरण और ऐसे उत्पाद बेचने वाली खुदरा दुकानों के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। ये कदम एएसएफ के प्रसार को रोकने के लिए केंद्र सरकार की कार्ययोजना के अनुरूप लागू किए जा रहे हैं।

मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. इसहाक सैम ने स्पष्ट किया कि अफ्रीकी स्वाइन बुखार केवल सूअरों को प्रभावित करता है और यह मनुष्यों या अन्य जानवरों में नहीं फैलता है।

उन्होंने लोगों से नहीं घबराने की अपील करते हुए इस बात पर बल दिया कि इस बीमारी से लोगों के स्वास्थ्य को कोई खतरा नहीं है तथा प्रतिबंध केवल पशुधन की सुरक्षा के लिए हैं।

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