अलाप्पुझा , नवंबर 05 -- खाड़ी देशों के प्रसिद्ध रेगिस्तान सफारी मॉडल से प्रेरणा लेते हुए केरल की कुट्टनाड सफारी परियोजना पथिरामनल द्वीप और अलाप्पुझा को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर प्रमुखता से स्थापित करेगी।

एक परिवर्तनकारी पहल के रूप में तैयार की गई इस परियोजना से यात्रा, मनोरंजन एवं स्थानीय विकास को एकीकृत कर केरल के पर्यटन क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव लाने की उम्मीद है।

कुट्टनाड सफारी का उद्देश्य पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि करना तथा स्थानीय समुदायों के लिए रोज़गार के नये अवसर उत्पन्न करना है। इस पहल के अंतर्गत पर्यटकों को मनोरम झीलों में एक सुखद यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए एक समर्पित पर्यटन नाव सेवा भी शुरू की जाएगी।

परियोजना के पहले चरण के प्रमुख आकर्षणों में से एक पथिरामनल द्वीप पर केरल के पहले पर्यावरण-अनुकूल एम्फीथिएटर का निर्माण है। पूर्ण रूप से चिरस्थायी सामग्रियों से निर्मित यह संरचना एक सांस्कृतिक केंद्र के रूप में कार्य करेगी जहां मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे और क्षेत्र की पारंपरिक कलाओं का प्रदर्शन किया जाएगा।

केरल के परिवहन मंत्री के. बी. गणेश कुमार ने केरल जल परिवहन विभाग द्वारा शुरू किए गए एम्फीथिएटर एवं संबंधित सुविधाओं के निर्माण कार्य का उद्घाटन किया।

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