कौशांबी , अक्टूबर 2 -- उत्तर प्रदेश में कौशांबी जिले के दारानगर कस्बा का ऐतिहासिक राम-रावण दल के बीच घमासान कुप्पी युद्ध देखने के लिए दर्शकों का सैलाब उमड़ पड़ा। मुगल शासक दारा शिकोह द्वारा बसाया गया दारानगर कस्बा की रामलीला 246 वर्ष पुरानी है। आश्विन मास शुक्ल पक्ष पूर्णिमा से रामलीला का मंचन शुरू होता है आसपास के गांवों में भगवान राम की लीलाएं सजीव रूप संपन्न होती हैं। विजयदशमी, और एकादशी दो तिथियों में मेला मैदान राम और रावण दल के योद्धा परंपरागत वेशभूषा कुप्पी युद्ध के लिए पहुंचते है।

राम दल के सैनिक भगवा वस्त्र धारण कर हैं जबकि रावण दल के सैनिक काले वस्त्र धारण करते हैं। युद्ध मैदान को बल्लियों से बैरिकेटिंग किया जाता है। विजयदशमी को दोनों सेनाओं के बीच प्रतीकात्मक चार कुप्पी युद्ध आयोजक मंडल द्वारा कराया जाता है। दोनों दल के योद्धा एक दूसरे पर कुप्पी प्रहार करते है। एकादशी तिथि को दोनों दलों के बीच तेल लड़ाई होती हैं।

राम रावण की सेना के बीच होने वाले घमासान युद्ध को देखने केलिए देश के कोने-कोने से लोग दारानगर आते हैं। इस धर्मयुद्ध में घायल होने वाले सैनिक के जख्म में युद्ध भूमि की मिट्टी लगा दी जाती है और वह ठीक हो जाता है।

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