आगरा , अक्टूबर 16 -- मुगलिया जमाने के शिया समुदाय के धर्म गुरु काजी नूरउल्लाह शुस्त्री का सालाना मजलिस का आयोजन 20 से 23 अक्टूबर के बीच में किया जायेगा।

इंतजामिया कमेटी ने गुरुवार को यहां पत्रकारों को बताया कि पिछले 150 साल से थाना न्यू आगरा के सामने बनी मजार पर इस साल भी मजलिस का आयोजन होता आ रहा है और इस साल भी मजलिस का आयोजन होगा। पिछले कई सालों से दुनिया भर के कई देशों के शिया समुदाय के श्रद्धालु शामिल होते हैं। इस मजलिस में ईरान, इराक, दुबई, ओमान, अमेरिका, ब्रिटेन के अलावा कई देशों से शिया समुदाय के श्रद्धालु शामिल होंगे। इसके अलावा शिया धर्म गुरु कल्बे जब्बाद भी शिरकत करेंगे। शिया समुदाय की मान्यता है कि काजी नूरउल्लाह शुस्त्री मुगल बादशाह अकबर के जमाने में मुख्य न्यायाधीश थे। जहांगीर ने इनका कत्ल करवा दिया था। हत्या के बाद शव को लावारिस हाल में छोड़ दिया था। बाद में किसी तरह से हत्या के बारे में जानकारी हुई और काजी नूरउल्लाह शुस्त्री को आगरा में ही दफन कर दिया था। काजी नूरउल्लाह शुस्त्री की हत्या किस वजह से कराई ये अभी तक स्पष्ट नहीं है लेकिन शिया समुदाय के कुछ लोग मानते हैं कि काजी नूरउल्लाह शुस्त्री हिंदू और मुस्लिम में अपने न्याय के लिए काफी हो गए थे। न्याय संगत फैसले के चलते जहांगीर ने हत्या कर दी थी।

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