किंशासा, सितंबर 28 -- कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) के कसाई प्रांत में इबोला विषाणु संक्रमण के कारण 64 दर्ज मामलों में से 42 लोगों की मौत हो गयी है। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों में शनिवार को इसकी जानकारी दी।
इसे देखते हुए संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने "वैश्विक स्तर पर रोकथाम" का आह्वान किया है।
स्थानीय मीडिया के अनुसार प्रांतीय संचार एवं मीडिया मंत्री बाज़िन पेम्बे ने कहा कि 26 सितंबर को दर्ज हुए 64 मामलों (जिनमें 53 पुष्ट और 11 संभावित मामले हैं) में से 42 लोगों की मौत हो गयी है। इन 42 में से 31 पुष्ट मामले हैं।
कांगो सरकार ने चार सितंबर को इसे प्रकोप घोषित कर दिया था, जो देश का 16वां इबोला प्रकोप है। 1976 में पहली बार कांगों में इस विषाणु का पता चला था।
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने कहा कि कसाई क्षेत्र देश के सबसे नाजुक क्षेत्रों में से एक है, जो कमजोर स्वास्थ्य प्रणाली, सुरक्षित पानी तक सीमित पहुंच, दवाओं की कमी और गंदगी का सामना कर रहा है।
कांगो में यूनिसेफ के प्रतिनिधि जॉन एगबोर ने एक बयान में कहा कि इस तरह के प्रकोप हमें यह भी याद दिलाते हैं कि वैश्विक तैयारी और तत्काल प्रतिक्रिया भी कितनी महत्वपूर्ण है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक रिपोर्ट के अनुसार, इसके मामले 65 वर्ष तक की आयु के लोगों में पाये गये हैं तथा नौ वर्ष तक की आयु के बच्चाें को अधिक संक्रमित करता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक 2,103 लोगों को टीका लगाया जा चुका है। यूनिसेफ के अनुसार 20,000 से ज़्यादा खुराकें पहले ही पहुंचाई जा चुकी हैं, और लगभग 45,000 अतिरिक्त खुराकें कसाई पहुँचने वाली हैं।
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