बेंगलुरु , अक्टूबर 23 -- कर्नाटक के सूचना प्रौद्योगिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी मंत्री प्रियांक खरगे ने गुरुवार को कहा कि स्वदेशी तकनीक रेलवे सुरक्षा में क्रांति लायेगी और 'हर वैश्विक उत्पाद में कम से कम एक कोड लाइन कर्नाटक की लिखी होगी।'श्री खरगे ने नोवा इंजीनियरिंग सेफ्टी और कवच 4.0 सुविधा के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि कर्नाटक भारत के आईटी-सक्षम सेवा केंद्र से नवाचार की वैश्विक राजधानी बन गया है, जहां देश की लगभग 40 प्रतिशत इंजीनियरिंग अनुसंधान और विकास प्रतिभायें काम करती हैं।
उन्होंने कवच 4.0 प्रणाली की स्वदेशी तकनीक में एक मील का पत्थर बताते हुए इसकी प्रशंसा की और इसे एक 'क्रांतिकारी भारतीय-निर्मित उत्पाद' कहा, जिसमें रेलवे सुरक्षा को नये सिरे से परिभाषित करने और दुनिया भर में गतिशीलता को बदलने की क्षमता है।
उन्होंने कहा, " हमने यहां जो बनाया है, वह हज़ारों लोगों की जान बचा सकता है और सुरक्षा एवं नवाचार में नये मानक स्थापित कर सकता है। "श्री खरगे ने कवच 4.0 टीम को बधाई दी और कहा कि यह परियोजना भारत के मेक-इन-इंडिया और डिजिटल इंडिया विज़न का प्रतीक है। उन्होंने कहा, " यह देखकर खुशी होती है कि संगठन सेवा की मानसिकता से उत्पाद नवप्रवर्तक बन रहे हैं। इस तरह का परिवर्तन केवल भारत में ही हो सकता है। "उन्होंने कर्नाटक की सफलता का श्रेय राज्य की 'तीन-पी नीति' - जनता, नीति और भागीदारी - को दिया और बताया कि उद्योग, शिक्षा जगत और नीति निर्माताओं के बीच सरकार के सहयोगात्मक दृष्टिकोण ने आर्थिक विकास और वैश्विक मान्यता दोनों को बढ़ावा दिया है।
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