भुवनेश्वर , अक्टूबर 04 -- ओडिशा के बरगढ़ जिले में स्थित देबरीगढ़ वन्यजीव अभ्यारण्य के अधिकारियों ने पक्षी प्रेमियों को घोंसले बनाने वाले पक्षियों की झलक पाने के लिए दो किलोमीटर लंबे 'पक्षी विहार ट्रेल' पर चलने का अवसर प्रदान किया है।

वन्यजीव सप्ताह के उपलक्ष्य में घोंसले बनाने वाले पक्षियों का घर माने जाने वाले इस वन क्षेत्र को आम जनता के लिए खोल दिया गया है। यह प्रकृति प्रेमियों, बच्चों और युवाओं के लिए एक समर्पित 'पक्षी विहार ट्रेक' है। हीराकुंड वन्यजीव प्रभाग की प्रभागीय वनाधिकारी अंशु प्रज्ञान दास ने बताया कि यह ट्रेक देबरीगढ़ के असंख्य जल-द्वारों, नदियों, घास के मैदानों और घने जंगलों से होकर गुजरता है।

यह पैदल लम्बी यात्रा मार्ग जमीन पर घोंसला बनाने वाले पक्षियों के साथ-साथ खड़े पेड़ों पर घोंसला बनाने वाले पक्षियों को देखने का अवसर प्रदान कर रहा है।

उन्होंने बताया कि इस ट्रेल का एक छोटा सा हिस्सा हीराकुंड वेटलैंड के साथ है, इसलिए यहां पानी में रहने वाले पक्षियों को भी देखा जा सकता है। पक्षी विहार ट्रेल-देबरीगढ़ अभ्यारण्य सालभर पक्षियों की 340 से अधिक प्रजातियों का घर है और हर सर्दियों में हीराकुंड वेटलैंड में 110 से अधिक प्रजातियों के पक्षी देखे जाते हैं।

देबरीगढ़ में आम तौर पर देखे जाने वाले लेकिन महत्वपूर्ण पक्षियों की जानकारी वाले 42 डिस्प्ले बोर्ड (सूचना बोर्ड) ट्रेल के किनारे लगाए गए हैं। इस बोर्ड में पक्षियों के बारे में जानने और उनकी पहचान के लिए उनके नाम, जीवन काल, आवाज, व्यवहार, आदतें, घोंसले बनाने का तरीका, आहार और अन्य रोचक जानकारियां दी गई हैं।

पक्षियों की आवाजों के जरिए पक्षियों की पहचान आसान बनाने के लिए अलग-अलग पक्षियों की आवाजों (पहचान के लिए) वाली एक छोटी फिल्म बनाई गई है, जिसमें सभी प्रकार की आवाजें- प्रजनन, संकट, संपर्क की आवाजें आदि शामिल हैं। पक्षियों से सुनी जाने वाली हर मधुर आवाज या गीत का एक विशिष्ट आनंद होता है। कुछ आवाजें क्षेत्रीय रक्षा, भीड़ की आवाजें, प्रति-गायन और सामाजिक संचार से भी जुड़ी होती हैं।

प्रकृतिवादियों के साथ देबरीगढ़ में पक्षी विहार ट्रेल हर आम आदमी को पक्षी प्रजातियों की पहचान करने और पक्षियों के बारे में अधिक जानने में सक्षम बनाएगा। दुनिया में पक्षियों की आबादी लगभग 400 अरब है। यानी हर इंसान पर 6 पक्षी। वरिष्ठ वन अधिकारी ने बताया कि पृथ्वी पर पक्षियों की संख्या इंसानों से अधिक है लेकिन बहुत कम लोग उनके बारे में जानते हैं।

पक्षियों को देखने से मनुष्य में स्थिरता और एकाग्रता बढ़ती है। इसके अलावा यह धैर्य और जागरूकता को भी बढ़ाता है। पक्षियों जैसे अन्य जीवों को देखने से जीवन के अन्य रूपों के प्रति सहानुभूति बढ़ती है।

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