ग्वालियर, सितंबर 26 -- ग्वालियर स्थित लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान (एलएनआईपीई) के कुलपति डॉ. कल्पना शर्मा ने कहा है कि संस्थान अब देश के साथ-साथ विदेश में भी अपनी पहचान बना रहा है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही संस्थान में खेल की पढ़ाई करने वाले छात्रों की संख्या बढ़ाकर 100 से 800 तक की जाएगी।

कुलपति डॉ. शर्मा ने तीन माह पूर्व पदभार संभालने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि एलएनआईपीई एशिया का अग्रणी खेल संस्थान है। इसकी स्थापना 17 अगस्त 1957 को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीरांगना लक्ष्मीबाई के नाम पर की गई थी। 68 वर्षों में संस्थान ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी एवं शारीरिक शिक्षा विशेषज्ञ देश को दिए हैं। हाल ही में संस्थान के छात्र डॉ. अजीत यादव ने पैरा ओलंपिक में रजत पदक प्राप्त कर संस्थान का नाम विश्व पटल पर रोशन किया।

डॉ. शर्मा ने बताया कि खेल और शारीरिक शिक्षा में विज्ञान का महत्व बढ़ता जा रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए 30 अगस्त को युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडविया द्वारा खेल विज्ञान ब्लॉक का उद्घाटन किया गया, जिससे संस्थान के छात्रों के साथ ही देश के होनहार खिलाड़ियों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि भागदौड़ भरी जीवनशैली के कारण मोटापा बड़ी समस्या बन रहा है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मोटापा विरोधी अभियान के तहत संस्थान के संकाय, कर्मचारी और छात्र-छात्राएं प्रत्येक रविवार ग्रेटर ग्वालियर में साइकिलिंग करके जागरूकता फैला रहे हैं।

डॉ. शर्मा ने बताया कि दिल्ली में चल रहे पैरा ओलंपिक में संस्थान का लगभग 80 विशेषज्ञों का दल निर्णायक और ऑफिशियल की भूमिका निभा रहा है। साथ ही, संस्थान फरवरी 2026 से ग्वालियर के बच्चों के लिए टैलेंट सर्च नर्सरी कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है। संस्थान योग शिविर और प्रमाण पत्र कोर्स भी आयोजित करेगा, जिससे नागरिकों में स्वास्थ्य और जीवनशैली सुधार को बढ़ावा मिलेगा।

कुलपति ने आगे बताया कि संस्थान में जल्द ही केंद्रीय भोजनालय का निर्माण होगा और उच्च प्रदर्शन वाले ओलंपिक केंद्र की योजना बनाई जा रही है। फुटबॉल और अन्य खेलों की फेडरेशन से जुड़ाव बढ़ाया जा रहा है और जी और डी लाइसेंस प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा, "स्कूल कनेक्ट" कार्यक्रम के तहत स्कूली बच्चों को खेलों की जानकारी और प्रशिक्षण मिलेगा। इस दौरान कुलपति डॉ. कल्पना शर्मा के साथ संस्थान के कुल सचिव यतेन्द्र कुमार सिंह भी उपस्थित रहे।

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