जयपुर, सितंबर 28 -- अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ (एबीआरएसएम) का नौवां त्रिवार्षिक राष्ट्रीय अधिवेशन आगामी पांच से सात अक्टूबर तक राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित किया जायेगा जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा करेंगे।

संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफेसर नारायण लाल गुप्ता ने रविवार को यहां प्रेस वार्ता में यह जानकारी देते हुए बताया कि यह तीन दिवसीय अधिवेशन यहां जामडोली के केशव विद्यापीठ में आयोजित होगा। इसमें देशभर के 29 राज्यों से लगभग 3200 शिक्षक प्रतिनिधि शामिल होंगे। यह अधिवेशन 'शिक्षक राष्ट्र के लिए' विषय पर केंद्रित रहेगा, जिसमें शिक्षा की दिशा-दशा, राष्ट्र निर्माण में शिक्षक की भूमिका और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन पर विमर्श किया जाएगा।

श्री गुप्ता ने बताया कि अधिवेशन का उद्घाटन सत्र पांच अक्टूबर को पूर्वाह्न ग्यारह बजे होगा। इसका शुभारंभ श्री शर्मा करेंगे। इस अवसर पर राजस्थान सरकार के उपमुख्यमंत्री डा प्रेमचंद बैरवा, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, अनेक विश्वविद्यालयों के कुलपति और देश के प्रमुख शिक्षाविद भी मौजूद रहेंगे।

उन्होंने बताया कि अधिवेशन के दूसरे दिन छह अक्टूबर को सायंकाल तीन शिक्षकों को अखिल भारतीय 'शिक्षा भूषण शिक्षक सम्मान' से अलंकृत किया जाएगा। यह सम्मान अपनी विशिष्टता के लिए उल्लेखनीय है क्योंकि इसकी वित्तीय व्यवस्था देशभर के शिक्षकों द्वारा स्वयं की जाती है। सम्मानित शिक्षकों को एक लाख की नकद राशि, प्रशस्ति पत्र और चांदी की प्लेट प्रदान की जाएगी। सम्मान कार्यक्रम आचार्य महामण्डलेश्वर जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानन्द महाराज एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं पूर्व सहसरकार्यवाह सुरेश सोनी के सानिध्य में आयोजित होगा।

उन्होंने बताया कि इस वर्ष का अखिल भारतीय शिक्षा भूषण शिक्षक सम्मान प्रो भगवती प्रकाश शर्मा राजस्थान, प्रो सुषमा यादव दिल्ली तथा श्री वी जे श्रीकुमार केरल को दिया जाएगा। महासंघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर ने बताया कि अधिवेशन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पांच वर्ष पूर्ण होने पर समीक्षा एवं भविष्यपथ, सीमा से समाज तक राष्ट्रीय सुरक्षा तथा शिक्षकों की समस्याओं को लेकर तीन प्रस्ताव पारित किए जाएंगे। अधिवेशन में विभिन्न विषयों पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डा सुधांशु त्रिवेदी, यूजीसी के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार, एनसीईआरटी के निदेशक प्रोफेसर दिनेश सकलानी, आरएसएस के क्षेत्र कार्यकारिणी सदस्य हनुमान सिंह राठौड़ सहित विभिन्न विचारकों, शिक्षाविदों का उद्बोधन एवं मार्गदर्शन भी रहेगा।

महासंघ की अब तक की यात्रा और राज्यों की गतिविधियों को दर्शाने वाली एक प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। इसका उद्घाटन चार अक्टूबर को शाम सात बजे उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी, जयपुर सांसद मंजू शर्मा और नगर निगम हेरिटेज जयपुर की महापौर कुसुम यादव करेंगी। प्रदर्शनी में महासंघ की गतिविधियों, शैक्षिक दृष्टिकोण और राष्ट्रीय भूमिका का दस्तावेजीकरण प्रस्तुत किया जाएगा।

अधिवेशन संयोजक रमेश चंद पुष्करणा ने बताया कि देश के 29 राज्यों के 13.50 लाख से अधिक शिक्षक अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के सदस्य हैं। महासंघ पूर्व-प्राथमिक से लेकर विश्वविद्यालय स्तर तक के शिक्षकों का देश का सबसे बड़ा संगठन है। प्रो. गुप्ता ने कहा कि यह अधिवेशन केवल संगठनात्मक गतिविधि नहीं है बल्कि यह देश में शिक्षा की गुणवत्ता, उसकी नई चुनौतियों और राष्ट्रीय भूमिका पर विमर्श का ऐतिहासिक मंच साबित होगा।

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