चंडीगढ़ , नवंबर 13 -- नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) ग्रुप चंडीगढ़ ने गुरुवार को 'जीवन कौशल और मूल्य प्रणालियों के माध्यम से मादक द्रव्यों के सेवन की रोकथाम' विषय पर चंडीगढ़ में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया।

यह कार्यशाला हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला स्थित गुंजन ऑर्गनाइजेशन फॉर कम्युनिटी डेवलपमेंट (जीओसीडी) के सहयोग से आयोजित की गयी थी, जो केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तत्वावधान में उत्तर भारत में मादक द्रव्यों के खिलाफ एक प्रमुख गैर सरकारी संगठन है। कार्यशाला का उद्देश्य युवाओं को जीवन कौशल और मूल्यों के माध्यम से सशक्त बनाना था ताकि वे नशे की समस्या से लड़ सकें और देश के जिम्मेदार नागरिक बन सकें। संगोष्ठी का आयोजन एक संवादात्मक तरीके से किया गया।

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ एनसीसी निदेशालय के अतिरिक्त महानिदेशक मेजर जनरल भारत मेहतानी थे। मेजर जनरल मेहतानी ने समाज के विभिन्न स्तरों पर निरंतर जागरूकता अभियान चलाने और प्रशासन के विभिन्न विभागों, स्कूलों, कॉलेजों और समाज के बीच घनिष्ठ समन्वय पर जोर दिया ताकि नशे की गंभीर समस्या से निपटा जा सके। उन्होंने युवाओं को सशक्त बनाने और सुनियोजित सकारात्मक कार्यक्रमों के माध्यम से उनकी ऊर्जा को दिशा देने में जीवन कौशल और मूल्य प्रणाली के महत्व पर जोर दिया।

प्रशिक्षण सत्र का संचालन गुंजन संगठन के कार्यकारी निदेशक विजय कुमार, श्री पंकज और उनकी टीम तथा समाज कल्याण और महिला अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में चलाये जा रहे नशा मुक्त भारत अभियान से श्री दीक्षांत शर्मा और 2 चंडीगढ़ बटालियन एनसीसी के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल दीवान सिंह धामी ने किया। कार्यशाला में शिक्षकों, एनसीसी ग्रुप चंडीगढ़ के एनसीसी अधिकारियों और एनसीसी के 700 सीनियर डिवीजन/ सीनियर विंग कैडेटों ने भाग लिया।

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