रायपुर , नवंबर 08 -- छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा ने सुकमा-दंतेवाड़ा में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा की गई 12 ठिकानों पर छापेमारी का स्वागत किया है।
उन्होंने कहा कि अरनपुर आईईडी ब्लास्ट मामले से जुड़ी यह कार्रवाई पूरी तरह आवश्यक और स्पष्ट है।
श्री शर्मा ने इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा, ''अरनपुर आईईडी ब्लास्ट मामले से जुड़ी यह कार्रवाई पूरी तरह आवश्यक और स्पष्ट है। एनआईए ने माओवादी संगठन के सशस्त्र कैडरों पर निर्णायक प्रहार किया है। इनके पास से नकदी, लेवी रसीदें और डिजिटल उपकरण जब्त किए गए हैं। इस तरह की कार्रवाई बस्तर क्षेत्र में शांति और स्थायित्व की दिशा में बड़ा कदम है।''बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) पी. सुंदरराज ने बताया कि राज्य पुलिस ने इस अभियान में एनआईए को लॉजिस्टिक सपोर्ट दिया। उन्होंने कहा, ''भले ही प्रदेश में कई नक्सली आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौट रहे हैं, लेकिन जो अब भी हथियार उठाए हुए हैं उनके खिलाफ पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां सख्ती से कार्रवाई जारी रखेंगी। नक्सलवाद के खात्मे के लिए उनके आर्थिक स्त्रोतों को खत्म करना बेहद जरूरी है।''उन्होंने कहा कि एनआईए की जांच प्रक्रिया पूरी तरह स्वतंत्र है और जांच एजेंसी ही इस संबंध में मीडिया को जानकारी देने के लिए अधिकृत है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल में नक्सलवाद के खिलाफ एनआईए ने सात नवंबर को सुकमा और दंतेवाड़ा जिलों में कुल 12 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की जो 2023 के अरनपुर आईईडी ब्लास्ट मामले से जुड़ी बताई जा रही है। इस छापेमारी के दौरान एजेंसी को नकदी, हस्तलिखित पत्र, प्रिंटेड लेवी रसीद बुक्स और डिजिटल उपकरण सहित कई आपत्तिजनक सामग्री मिली है।
एनआईए के अनुसार यह मामला प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) के दरभा डिविजन से संबंधित है जिसने 26 अप्रैल 2023 को दंतेवाड़ा जिले के पेड़का गांव के पास आईईडी ब्लास्ट कर पुलिस बल पर हमला किया था। इस हमले में कई जवान शहीद हुए थे। जांच एजेंसी ने अब तक गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ दो चार्जशीट दाखिल की हैं और जांच की प्रक्रिया जारी है।
छापेमारी में एजेंसी को जो दस्तावेज मिले हैं, उनमें माओवादी संगठन की लेवी वसूली की रसीदें, स्थानीय नेटवर्क से जुड़े नाम और संपर्क सूत्र शामिल बताए जा रहे हैं। एनआईए का मानना है कि यह दस्तावेज नक्सली संगठनों की फंडिंग प्रणाली और जमीनी नेटवर्क को उजागर करने में अहम साबित होंगे।
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