नयी दिल्ली , अक्टूबर 09 -- आयुर्वेद चिकित्सा से जुड़े पदार्थों की प्रामणिकता और उसकी सटीक जानकारी के लिए कृत्रिम बौद्धिकता (एआई) आधारित पोर्टल 'डिजिटाइज्ड पुनर्प्राप्ति अनुप्रयोग' (द्रव्य) पर पहले चरण में 100 औषधीय पदार्थों की जानकारी सूचीबद्ध किया जाएगा।

'द्रव्य' केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस) की महत्वाकांक्षी पहल- आयुष पदार्थों के बहुमुखी मानदंड के लिए एक अभिनव ऑनलाइन ज्ञान भंडार है। यह आयुष ग्रिड और औषधीय पदार्थों एवं औषधि नीति पर मंत्रालय की अन्य पहलों से जुड़ जाएगा। इस प्लेटफ़ॉर्म के साथ क्यूआर कोड भी है, जिससे देश भर के औषधीय पौधों के उद्यानों और औषधि भंडारों में मानकीकृत जानकारी देना संभव हो सकेगा।

केंद्रीय आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव ने गुरुवार को कहा कि 'द्रव्य' एक डिजिटल संग्रह से कहीं अधिक है। यह भारत की ज्ञान परंपरा का जीवंत अवतार है। उन्होंने कहा कि पारंपरिक ज्ञान को अत्याधुनिक तकनीक के साथ जोड़कर, हम वैश्विक सहयोग और नवाचार के लिए आयुर्वेद और अन्य आयुष प्रणालियों के वैज्ञानिक आधार को मजबूत कर रहे हैं।

आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा कि डिजिटल युग में 'द्रव्य', आयुष ज्ञान को वैज्ञानिक दृढ़ता और वैश्विक पहुंच के लिए सरकार के दृष्टिकोण का एक उदाहरण है। ऐतिहासिक संदर्भों को समकालीन शोध के साथ एकीकृत करके, यह मंच न केवल वैज्ञानिक समुदाय को सशक्त बनाएगा बल्कि दुनिया भर के नीति निर्माताओं और नवप्रवर्तकों के लिए एक विश्वसनीय, प्रौद्योगिकी-संचालित संसाधन के रूप में भी काम करेगा।

केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस) के महानिदेशक प्रो. रविनारायण आचार्य ने कि यह मंच शोधकर्ताओं, चिकित्सकों और छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित होगा।

गौरतलब है कि आयुष मंत्रालय ने 23 सितंबर को गोवा में आयोजित 10वें आयुर्वेद दिवस समारोह के दौरान 'द्रव्य' पोर्टल का अनावरण किया गया था। इस अवसर पर गोवा के राज्यपाल अशोक गजपति राजू, गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत, केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रतापराव जाधव, केंद्रीय विद्युत एवं नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाइक और आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा भी उपस्थित थे। यह पहल आयुष औषधीय पदार्थों पर प्रामाणिक और शोध-समर्थित जानकारी तक वैश्विक पहुंच के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के लिए मंत्रालय की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।

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