चम्पावत/नैनीताल, सितंबर 25 -- उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की विधानसभा चंपावत में गुरुवार को जिला प्रशासन की अगुवाई में उत्तराखंड योग नीति के तहत होमस्टे एवं होटल संचालकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक का उद्देश्य आयुष पद्धति के अंतर्गत योग के प्रचार-प्रसार, क्रियान्वयन और योग के आध्यात्मिक व शारीरिक आयामों को बढ़ावा देना था।
जिलाधिकारी ने मनीष कुमार बताया कि राज्य सरकार द्वारा उत्तराखंड योग नीति-2025 लागू की गई है, जिसके अंतर्गत होमस्टे, होटल एवं रिजॉर्ट संचालकों को अपने संस्थानों में योग सेवाओं को संयोजित करने, योग एवं वैलनेस सेंटर तथा ध्यान केन्द्र स्थापित करने हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है।
इस नीति के तहत इच्छुक संचालकों को अपुणी सरकार पोर्टल पर पंजीकरण कराना अनिवार्य है। पहाड़ी क्षेत्रों में योग वैलनेस एवं ध्यान केन्द्र खोलने पर अधिकतम 20.00 लाख या 50 प्रतिशत तक सब्सिडी तथा मैदानी क्षेत्रों के लिए अधिकतम 10.00 लाख या 25 फीसदी तक सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
इसके अतिरिक्त, यदि होटल, होमस्टे संचालक अपने संस्थानों में योग प्रशिक्षक नियुक्त करते हैं तो उन्हें Rs.250 प्रति घंटा के मानदेय की प्रतिपूर्ति सरकार द्वारा दी जाएगी। होमस्टे एवं होटल संचालकों के मार्गदर्शन हेतु जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी, चम्पावत द्वारा हेल्प डेस्क भी स्थापित की गई है।
जिलाधिकारी ने बैठक में स्पष्ट किया कि यह नीति प्रदेश को आयुष प्रदेश के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल योग और वेलनेस पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि स्वास्थ्य, रोजगार और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्राप्त होगी। उन्होंने सभी संचालकों से अपील की कि वे इस नीति का लाभ उठाकर अपने संस्थानों को योग और वेलनेस टूरिज्म का केंद्र बनाएं।
बैठक के दौरान जनपद में पर्यटन को बढ़ावा देने के विषय पर भी विशेष चर्चा हुई। जिलाधिकारी ने सभी होमस्टे एवं होटल संचालकों को एक संगठन के रूप में कार्य करने के लिए प्रेरित किया और चम्पावत होमस्टे/होटल एसोसिएशन के गठन का सुझाव दिया।
इसके साथ ही जिलाधिकारी ने जनपद में नए ट्रैक रूट विकसित करने, व्यू पॉइंट्स बनाने तथा होमस्टे एवं होटलों को योगा वेलनेस केन्द्रों से जोड़ने पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि इन पहलों से चम्पावत पर्यटन की दृष्टि से और अधिक आकर्षक एवं सशक्त बनेगा।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जी.एस. खाती, जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. आनंद गुसाई, पर्यटन विभाग के अधिकारीगण तथा जनपद के सभी पंजीकृत होमस्टे एवं होटल संचालक उपस्थित रहे।
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