नयी दिल्ली , अक्टूबर 08 -- प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एजेंसी के नाम पर फर्जी समन जारी करने के मामलों पर संज्ञान लेते हुए फर्जी और असली समन के बीच अंतर पहचानने के लिए नयी प्रणाली लागू की है।

ईडी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया, " हमने कई ऐसे मामले देखे हैं जहां जालसाज लोग धोखाधड़ी या जबरन वसूली के इरादे से लोगों को फर्जी समन भेज रहे हैं।" एजेंसी ने बताया कि ये फर्जी समन अक्सर असली समन से काफी मिलते-जुलते होते हैं, जिससे लोगों के लिए इनमें अंतर करना मुश्किल हो जाता है।

ईडी ने इस अंतर को स्पष्ट करने और जनता को प्रामाणिकता सत्यापित करने में मदद करने के उद्देश्य से आधिकारिक समन बनाने के लिए एक नई प्रणाली लागू की है। अब "सिस्टम जेनेरेटेड" समन में एक क्यूआर कोड और एक विशिष्ट पासकोड होगा। साथ ही ईडी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे असाधारण परिस्थितियों को छोड़कर केवल इसी प्रणाली के माध्यम से समन जारी करें।

ईडी ने स्पष्ट किया है कि इस प्रणाली द्वारा जारी किए गए समन पर समन जारी करने वाले अधिकारी का हस्ताक्षर होगा और मुहर भी लगी होगी। साथ ही उसमें पत्राचार के लिए अधिकारी का आधिकारिक ईमेल आईडी और फोन नंबर भी होगा।

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