इटावा , नवम्बर 13 -- एशियाई शेरों के सबसे बड़े आशियाने के रूप में देश दुनिया में लोकप्रिय इटावा सफारी पार्क में लेपर्ड रेस्क्यू सेंटर की स्थापना की जाएगी।
सफारी पार्क के निदेशक अनिल कुमार पटेल ने गुरुवार को बताया कि इटावा सफारी पार्क में इस समय 24 लैपर्ड हैं जिनकी अच्छी तरह से देखभाल की जा रही है। जो संसाधन है उनका पूरा उपयोग किया जा रहा है। इन्फ्रास्टक्चर को बढ़ाकर लैपर्ड रेस्क्यू सेंटर खोला जा सकता है। इस संबंध में प्रस्ताव बनाकर भेज जाएगा।
इटावा सफारी में लैपर्ड रेस्क्यू सेटर खोले जाने के लिए प्रस्ताव 2019 में बनाया गया था। तत्कालीन डायरेक्टर वी.के. सिंह ने यह प्रस्ताव बनवाया था और इसे विभाग के उच्चाधिकारियों के पास भेजा था। तब उस प्रस्ताव को अमली जामा नही पहनाया जा सका जिसके कारण यहां रेस्क्यू सेंटर नही बन सका। पांच साल बाद एक बार फिर रेस्क्यू सेंटर बनाए जाने की कवायद शुरु की गई है। इटावा सफारी पार्क में वन्यजीवों के लिए मेडीकल सुविधाएं उपलब्ध है। सफारी में वन्यजीवों के लिए अस्पताल है और डाक्टर तथा स्टाफ भी है। जबकि आमतौर पर चिडियाघरों में इतनी मेडीकल सुविधाएं नही होती। जो 24 लैपर्ड इस समय सफारी में हैं वे सभी घायलावस्था में आए थे और अब उन्हे इलाज से स्वस्थ कर लिया गया है।
जंगल से निकलकर शहर में पहुंचकर लोगों पर हमला करने वाले लेपर्ड अब इटावा सफारी पार्क में रखे जाएंगे। इन लेपर्ड को रेस्क्यू करके इटावा सफारी लाया जाएगा। इसके लिए यहां रेस्क्यू सेंटर बनाया जाएगा, ताकि रेस्क्यू किए गए लेपर्ड को यहां रखा जा सके।
इटावा सफारी पार्क में 21 हेक्टेयर में लेपर्ड सफारी बनाई गई है जिसमें से अभी पांच हैक्टेयर में ही लेपर्ड को खुले में छोड़ा गया है। अब इसी लेपर्ड सफारी का विस्तार किया जाएगए और इसी में लेपर्ड रेस्क्यू सेंटर बनाया जाएगा। इसके लिए इटावा सफारी की ओर से प्रस्ताव तैयार करके भेजा जा रहा है। वन विभाग की ओर से भी इस मामले को हरी झंडी मिल गई है।
अक्सर लेपर्ड जंगल से निकलकर शहर में पहुंच जाते हैं और लोगों पर हमला भी बोल देते हैं। वन विभाग की टीम उनको किसी तरह रेस्क्यू करती है लेकिन इन रेस्क्यू लेपर्ड को कहां रखा जाए, यह एक बड़ी समस्या है। इसके लिए वन विभाग ने और शासन ने इटावा लेपर्ड सफारी में रेस्क्यू सेंटर बनाए जाने का निर्णय लिया गया है, जहां 30 से 35 लेपर्ड को रखा जा सके। अब इटावा सफारी की ओर से इस मामले को लेकर एक प्रस्ताव भेजा जाएगा और उस प्रस्ताव के बाद फिर लेपर्ड रेस्क्यू सेंटर बनाए जाने की बात आगे बढ़ेगी।
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