नयी दिल्ली, सितंबर 26 -- गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने शुक्रवार को कहा कि आपदा प्रतिक्रिया और प्रबंधन हेतु प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने में भारत एक वैश्विक अग्रणी के रूप में उभरा है तथा सरकार आपदाओं से हताहत दर शून्य करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य की दिशा में निरंतर कार्यरत है।
श्री राय यहां राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्रणाली ( एनडीएमए) के 21वें स्थापना दिवस समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में, सरकार आपदाओं में 'हताहतों की संख्यास शून्य' पर लाने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य की दिशा में निरंतर कार्यरत है।
उन्होंने कहा कि आपदाओं में बचाव के लिए अंतिम व्यक्ति तक पूर्व चेतावनी पहुँचाना अत्यंत महत्व है।
गृह राज्य मंत्री ने 21वीं सदी के एक सुदृढ़ भारत के संकल्प का भी उल्लेख किया और इस बात पर ज़ोर दिया कि यह दृष्टिकोण केवल आपदाओं से बचने के बारे में नहीं है, बल्कि उन्हें समझने, उनसे सीखने और इन चुनौतियों को लचीलापन बनाने के अवसरों में बदलने के बारे में है।
उन्होंने कहा कि आपदाओं से डरना भागना नहीं चाहिए, बल्कि उनका अध्ययन, समझ और तैयारी, नवाचार और दीर्घकालिक विकास के लिए उत्प्रेरक के रूप में उनका उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एनडीएमए देश को आपदा-प्रतिरोधी बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। एनडीएमए ने 21वें स्थापना दिवस पर आपदा जोखिम न्यूनीकरण हेतु प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित किया है।
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