अलवर , दिसम्बर 30 -- राजस्थान में अलवर में वर्ष के आखिरी दिनों में मौसम का मिजाज पूरी तरह पलट गया है, सोमवार की शाम से शुरू हुआ कोहरा मंगलवार सुबह तक छाया रहा।
कोहरे के चलते दृश्यता 20 मीटर से भी कम रही। मंगलवार तड़के तो कोहरे का असर और बढ़ गया। इससे वाहनों के पहिये मंद पड़े गये। सुबह घना कोहरा होने के कारण रोड लाइट भी करीब आठ बजे तक जलती रही। उसके बाद कोहरा करीब नौ बजे के बाद कम होना शुरू हुआ। अलवर शहर में टेल्को चौराहा, राठ नगर, चिकानी रोड, रामगढ़ रोड और बहरोड़ रोड की तरफ ज्यादा कोहरा रहा।
अलवर में न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस के आसपास आ गया है। इसके चलते फसलों पर ओस पड़ना शुरू हो गई, जिससे रबी की फसल प्रभावित होने की संभावना है। इसका असर अब फसलों पर भी असर पड़ेगा। कोहरा ज्यादा दिन चला तो सरसों की फसल पर चेपा लगने की आशंका है।
किसानों का कहना है कि सर्दी अधिक पड़ने पर ही गेहूं की फसल बढ़ती है। इस बार अलवर में सरसों एवं गेहूं की पैदावार अधिक होने का अनुमान है। इस बार प्याज की खेती में किसानों को घाटा हुआ है। प्याज की कटाई के बाद गेहूं की बुआई की गई। अगर मौसम में सब कुछ सामान्य चलता रहा तो गेहूं और सरसों की बंपर पैदावार होगी।
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