अलवर , दिसम्बर 27 -- राजस्थान में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने अरावली पर्वतमालाओं को जीवनरेखा बताते हुए कहा है कि इसकी जलवायु परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका है।
श्री डोटासरा ने शनिवार को अलवर में पत्रकारों से कहा कि यह तापमान नियंत्रित करती है मवेशियों की रक्षा करती है । पानी उपलब्ध कराती है । प्रदूषण दूर करती है। यह हमारी जीवन रेखा है और इसे साजिश के तहत डबल इंजन की सरकार द्वारा नष्ट कराया जा रहा है। अवैध खनन माफियाओं को सुपुर्द किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने जब यह फैसला दिया तो आनन-फानन में ही दो दिन में ही 52 खानों की लीज के टेंडर क्यों निकाल दिये। कार्यादेश जारी करने की तैयारी थी। पहले से ही इन्होंने तैयारी की हुई थी। उन्होंने आरोप लगाये कि केन्द्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव जब से यहां सांसद बने हैं, तब से सरिस्का के संकटग्रस्त बाघ आवास (सीटीएच) को बदलने का काम कर रहे हैं। अब खनन माफिया को फायदा पहुंचाने के लिए अरावली को खत्म करने की बात कर रहे हैं और अपने निजी हित के लिए जिले का नाम बदलने की बात कर रहे हैं। यह डबल इंजन की सरकार अरावली क्या बचाएगी।
श्री डोटासरा ने 100 मीटर के दायरे की परिभाषा को लेकर कहा कि जो 100 मीटर से नीचे का हिस्सा होगा उसे नष्ट करेंगे। उन्होंने कहा कि 100- 100 मीटर की दो पहाड़ियों के बीच में जो 500 मी का हिस्सा होगा उसको नष्ट करने की उसको बचाने की बात की जा रही है, लेकिन उसे पर निगरानी कौन करेगा। जहां से राजस्थान के 18 से 19 जिलों में जो अरावली निकल रही है, वहां खान माफिया पहले से ही हैं, ऐसे में सरकार उनसे किस तरीके से निपटेगी।
उन्होंने कहा कि अरावली एक कोई पहाड़ी नहीं है। यह पूरी श्रृंखला है तो हमारा मकसद इस श्रृंखला को बचाने का है। 100 मीटर की बात करना खनन माफियाओं को अरावली सौंपना है। उन्हें खनिज सौंपना है।
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