नयी दिल्ली , नवम्बर 06 -- सहकारी संस्थाओं के कामकाज में सुधार लाने के लिए 'राष्ट्रीय शहरी सहकारी बैंक और ऋण समिति महासंघ' (नैफकब) के यहां होने वाले अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन "को-ऑप कुंभ 2025" में एक नयी नीति का रोडमैप पेश किया जायेगा।

नैफकब के आज यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी गयी। इसमें बताया गया कि सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे और समापन सत्र की अध्यक्षता पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय सहयोग नीति समिति के अध्यक्ष सुरेश प्रभु करेंगे।

आगामी 10-11 नवम्बर आयोजित होने वाले इस दो दिवसीय सम्मेलन का विषय "डिजीटलाइजिंग ड्रीम्स- एम्वारिंग कम्युनिटीज" रखा गया है। इसे भारत की सहकारी यात्रा में एक ऐतिहासिक पड़ाव माना जा रहा है।

इस सम्मेलन का उद्देश्य नीति-निर्माताओं, सहकारी नेताओं, विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और अंतर्राष्ट्रीय भागीदारों को एक मंच पर लाना है ताकि एक डिजिटल रूप से सशक्त सहकारी वित्तीय तंत्र बन सके। इस सम्मेलन में 'दिल्ली घोषणा 2025 - रोडमैप टू 2030' को अपनाया जायेगा।

यह रोडमैप सहकारी संस्थाओं के विकास के लिए रूपरेखा प्रस्तुत करेगा। सम्मेलन में सहकारी बैंकिंग में कॉर्पोरेट गवर्नेंस, तकनीक, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और डिजिटल परिवर्तन, महिलाओं और युवाओं की भूमिका, जैसे विषयों पर चर्चा होगी। इस सम्मेलन में राष्ट्रीय शहरी सहकारी वित्त एवं विकास निगम (एनयूसीएफडीसी) की भूमिका पर भी चर्चा होगी।

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