नयी दिल्ली, सितंबर 29 -- देश के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के त्वरित अनुमान पर आधारित औद्योगिक वृद्धि दर इस वर्ष अगस्त में हल्की नरम पड़कर सालाना आधार पर 4.0 प्रतिशत रही। माह के दौरान खनन क्षेत्र का प्रदर्शन छह प्रतिशत वृद्धि के साथ सबसे अच्छा रहा।
सरकार के सोमवार को जारी आंकड़ों में जुलाई की वृद्धि दर 4.3 प्रतिशत (संशोधित) रही जो पिछले माह जारी प्रारंभिक आंकड़ों में 3.5 प्रतिशत बतायी गयी थी। पिछले साल अगस्त में औद्योगिक उत्पादन सालाना आधार पर 0.1 प्रतिशत घट गया था।
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से जून तक औद्योगिक उत्पादन वृद्धि में लगातार गिरावट के बाद जुलाई में इसमें सुधार दर्ज किया गया था।
आज जारी आईआईपी आंकड़ों के अनुसार, अगस्त 2025 में खनन, विनिर्माण और बिजली क्षेत्रों का उत्पादन एक साल पहले इसी माह की तुलना में क्रमशः 6.0 प्रतिशत, 3.8 प्रतिशत और 4.1 प्रतिशत ऊंचा रहा।
त्वरित अनुमानों के अनुसार अगस्त 2024 के 145.8 के मुकाबले इस बार अगस्त में आईआईपी 151.7 रहा और आलोच्य माह में खनन, विनिर्माण और बिजली क्षेत्रों का उत्पादन सूचकांक क्रमशः 113.5, 151.6 और 221.1 रहा।
विनिर्माण क्षेत्र के 23 उद्योग समूहों में से 10 समूहों का उत्पादन अगस्त 2025 में सालाना आधार पर ऊंचा रहा। इनमें मूल धातुओं का उत्पादन 12.2 प्रतिशत, कोक और परिष्कृत पेट्रोलियम उत्पादों का 5.4 प्रतिशत और मोटर वाहनों, ट्रेलरों और सेमी-ट्रेलरों का उत्पादन 9.8 प्रतिशत बढ़ा। मूल धातुओं के उत्पादन की तेजी में "एमएस स्लैब", "हल्के स्टील के एचआर कॉइल और शीट" तथा "स्टील के पाइप और ट्यूब" का योगदान महत्वपूर्ण रहा है।
उद्योग समूह "कोक और परिष्कृत पेट्रोलियम उत्पादों का विनिर्माण" में "डीज़ल", "पेट्रोल/मोटर स्पिरिट" और "द्रवीकृत पेट्रोलियम गैस (एलपीजी)" ने वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
उद्योग समूह "मोटर वाहनों, ट्रेलरों और सेमी-ट्रेलरों का विनिर्माण" में "ऑटो घटक/स्पेयर और सहायक उपकरण", "एक्सल" और "वाणिज्यिक वाहन" ने वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
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