नई दिल्ली, अप्रैल 15 -- यह भी पढ़ें- कब है गंगा दशहरा? जानें डेट, मुहूर्त व पूजाविधि न माधवसमो मासो न कृतेन युगं समम्। न च वेदसमं शास्त्रं न तीर्थं गंगया समम्।। (-स्कंद पुराण, वैष्णव खंड) -'बैसाख के समान कोई मास नहीं, सतयुग के समान कोई युग नहीं, वेदों के समान कोई शास्त्र नहीं और गंगा के समान कोई तीर्थ नहीं है।'अपनी इसी विशिष्टता के कारण ही बैसाख मास को सभी मासों में उत्तम मास कहा गया है। भगवान विष्णु ने बैसाख मास में मधु दैत्य का वध किया था, इसलिए इस महीने को 'माधव' मास भी कहा जाता है। एक पौराणिक कथा के अनुसार देवर्षि नारद ने राजा अम्बरीश से कहा था कि स्वयं ब्रह्माजी ने बैसाख मास को सब मासों में उत्तम कहा है। बैसाख मास में सभी तीर्थ, देवी-देवता आदि जल में निवास करते हैं। भगवान विष्णु की आज्ञा से मनुष्यों का कल्याण करने के लिए वे सूर्योदय ...