नई दिल्ली, मई 29 -- Jyeshtha Purnima 2025 Date: हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है। जब बात ज्येष्ठ पूर्णिमा की आती है तो इसका पुण्य व महत्व दोगुना बढ़ जाता है। ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान करना व दान करना अत्यंत शुभ माना गया है। मान्यता है कि इस दिन दान-पुण्य करने से पापों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि व खुशहाली आती है। ज्येष्ठ पूर्णिमा को वट सावित्री पूर्णिमा भी कहा जाता है। इस दिन महिलाएं वट वृक्ष यानी बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं और पेड़ के चारों ओर कच्चा धागा बांधकर परिक्रमा करती हैं। मान्यता है कि इस दिन वट वृक्ष की पूजा करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। जानें जून में ज्येष्ठ पूर्णिमा कब है व स्नान-दान का मुहूर्त- ज्येष्ठ पूर्णिमा व व्रत सावित्री पूर्णिमा व्रत कब है: हिंदू पंचांग के अ...