नई दिल्ली, नवम्बर 20 -- Margashirsha Amavasya 2025: दिवाली के बाद जो अमावसया आती है, उसे मार्गीशीर्ष अमावस्या कहते हैं। आज उदया तिथि की अमावस्या है। इस साल यह 19 और 20 नवंबर दोनों दिन मनाई जा रही है। मार्गशीर्ष अमावस्या स्नान दान और पितरों के लिए पितृकर्म करना बहुत शुभ माना जाता है। आपको बता दें कि आज अमावस्या 12:18:22 दोपहर तक ही रहेगी। इस दिन पितृपक्ष नहीं है, लेकिन इस दिन पितरों के लिए पितृकार्य किएजाते हैं जिससे पितृ खुश होते हैं। पितृ तर्पण का समय सुबह 11:31 से दोपहर 12:32 तक रहेगा। ऐसी लोकमान्यता है कि ऐसा करने से पितरों के लिए मोक्ष के द्वार खुल जाते हैं। यह तिथि पितरों के अलावा भगवान विष्णु और चंद्रदेव को समर्पित है।मार्गीशीर्ष अमावस्या पर क्या दान करें? इस दिन पितरों के कर्म में काले तिल का दान तो करते ही है, साथ ही इस दिन काले त...