नई दिल्ली, सितम्बर 22 -- 2017 में जब GST (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) लागू हुआ, तो इसने भारत के टैक्स सिस्टम को एक सूत्र में बांध दिया। पहले अलग-अलग राज्यों के अलग टैक्स और चेकपोस्ट थे, जिन्हें जीएसटी ने हटाकर एक मार्केट बना दिया। आठ साल बाद, 22 सितंबर 2025 से जीएसटी 2.0 लागू हो रहा है, जो भारत की अर्थव्यवस्था को नई ऊर्जा देने वाला है। इससे घरेलू खर्च बढ़ेगा और करीब Rs.2 लाख करोड़ की अतिरिक्त खपत पैदा हो सकती है।जीएसटी 2.0 का असर: स्टॉक मार्केट और अर्थव्यवस्था एक्सपर्ट्स का मानना है कि जीएसटी 2.0 भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक कैटलिस्ट की तरह काम करेगा। यह कम्प्लायंस को आसान बनाएगा, खर्च घटाएगा, वर्किंग कैपिटल को आजाद करेगा और खपत बढ़ाएगा। साथ ही, ग्लोबल टैरिफ के झटकों से भी बचाव होगा, खासकर तब जब भारत का एक्सपोर्ट दबाव में है।इन शेयरों पर ...