नई दिल्ली, अक्टूबर 21 -- Govardhan Puja Katha :कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को हर वर्ष गोवर्धन पूजन किया जाता है। इस दिन घर में शुभ मुहूर्त में आंगन में गोबर से गोवर्धन पर्वत का स्वरूप बनाएं। भगवान गोवर्धन को अन्नकूट का प्रसाद अर्पित करें, गायों की सेवा करें। इससे घर में अन्न की कमी नहीं रहती और सुख समृद्धि बनी रहती है। पौराणिक कथा के अनुसार एक भगवान श्री कृष्ण कि सभी बृजवासी इंद्र देव की पूजा कर रहे थे। जब उन्होंने अपनी नंदबाबा को भी इंद्र की पूजा करते हुए देखा तो उन्हें बड़ा अचरज हुआ हुआ। उन्होंने इसका कारण पूजा कि लोग इन्द्र देव की पूजा क्यों करते हैं? तब नंदबाबा ने बताया कि वह वर्षा करते हैं जिससे अन्न की पैदावार होती और हमारी गायों को चारा मिलता है। उन्होंने उनकी पूजा रोक दी और उनसे गोवर्धन पर्वत की पूजा करने को कहा। श्...
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