नई दिल्ली, अक्टूबर 26 -- छठ की उत्पत्ति के संबंध में 13वीं शती के बाद से कई शास्त्रीय प्रमाण उपलब्ध हैं। छठ से कई देवी-देवताओं का जुड़ाव है। इस संबंध में बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद के पूर्व सदस्य और महावीर मंदिर से जुड़े पं.भवनाथ झा ने अपने ब्लॉग पर विस्तार से लिखा है।उन्होंने बताया कि छठ पर्व में भगवान् सूर्य की उपासना के साथ स्कन्द की माता षष्ठिका देवी एवं स्कन्द की पत्नी देवसेना की पूजा होती है। इसी दिन कुमार कार्तिकेय देवताओं के सेनापति बने थे। इसलिए भगवान् सूर्य के साथ-साथ इन सभी देव-देवियों के नाम इस पर्व के साथ जुड़े हैं। समय के साथ इस पर्व का स्वरूप बहुत बड़ा हो गया। ग्रन्थों में छठ को स्कन्दषष्ठी और विवस्वत-षष्ठी कहा गया है। माघ में भगवान भास्कर का रूप 'वरुण' होता है। फाल्गुन में इनका रूप 'सूर्य', चैत्र में 'अंशुमाली', वैशाख में...