नई दिल्ली, मई 30 -- BSNL का अजूबा: 18 साल के लंबे इंतजार के बाद, भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने लगातार दो तिमाहियों में मुनाफा दिखाया। जनवरी-मार्च 2024 में Rs.280 करोड़ और उससे पहले अक्टूबर-दिसंबर 2023 में Rs.262 करोड़ का लाभ। पर यह "सफलता" कितनी वास्तविक है? ऑडिटर से लेकर विशेषज्ञ तक इस पर सवाल उठा रहे हैं।मुनाफे के तीन "छुपे हथियार" कर्मचारी खर्च का जादू: BSNL ने अपने कर्मचारियों के वेतन/भत्तों में से Rs.1,042 करोड़ को "कैपिटल वर्क-इन-प्रोग्रेस" (CWIP) खाते में डाल दिया। यानी इस खर्च को तुरंत न गिनकर भविष्य की संपत्ति के निर्माण में लगा दिया। इससे उसका तात्कालिक खर्च कम दिखा। जमीन-इमारतों की बिक्री: कंपनी ने अपनी संपत्तियां बेचकर Rs.1,120 करोड़ कमाए, जो पिछले साल से 77% ज्यादा है। स्पेक्ट्रम के पैसे का नया हिसाब: स्पेक्ट्रम की लागत क...