नई दिल्ली, मई 16 -- विश्वविद्यालयों व डिग्री कॉलेजों में अब अप्रेंटिस आधारित स्नातक पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। विद्यार्थियों को बीए, बीएससी व बीकॉम के कोर्स में अब अप्रेंटिसशिप भी शामिल किया जाएगा। जिसके माध्यम से विद्यार्थी मुख्य पाठ्यक्रम के साथ ही उद्योगों में जाकर अप्रेंटिस कर सकेंगे। तीन वर्षीय पाठ्यक्रम में विद्यार्थी को न्यूनतम एक सेमेसटर व अधिकतम तीन सेमेस्टर अप्रेंटिस के होंगे। छात्रों को परंपरागत कोर्सेज की पढ़ाई के साथ ही रोजगार दिलाने के लिए उन्हें यह ट्रेनिंग दिलाई जाएगी। उच्च शिक्षा विभाग की ओर से सभी विश्वविद्यालयों व डिग्री कॉलेजों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशा-निर्देशों के अनुसार अप्रेंटिसशिप एम्बेडेड डिग्री प्रोग्राम (एईडीपी)। ऐसे डिग्री कॉलेज जिन्हें नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) में अ...