मुजफ्फरपुर, अप्रैल 27 -- मुजफ्फरपुर। प्रमुख संवाददाता 9वीं-12वीं के बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजना होगा। नामांकन रद्द होने पर स्कूल जिम्मेदार नहीं होगा। सीबीएसई की नॉन अटेंडिंग पर सख्ती को लेकर निजी स्कूलों ने रविवार को बैठक करते हुए यह निर्णय लिया। सहोदय के नेतृत्व में 40 से अधिक विद्यालयों के निदेशक-प्राचार्य इसमें शामिल हुए। इसमें निर्णय लिया गया कि कोचिंग एक्ट को सख्ती से लागू कराने के लिए स्कूलों के प्रतिनिधि डीएम से मिलेंगे। सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों की बैठक प्रिस्टाइन स्कूल में हुई। इसमें सभी सदस्यों ने एक स्वर में अभिभावकों से अपील की कि वे नौवीं से बारहवीं तक के बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजें। अन्यथा नामांकन और पंजीकरण सीबीएसई के द्वारा रद्द होने पर विद्यालय प्रबंधन जिम्मेदार नहीं होगा। सहोदय के प्रतिनिधि स्कूल रजिस्टर ...
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