प्रयागराज, अगस्त 2 -- प्रयागराज। गंगा-यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी छह अगस्त तक जारी रहेगी। अगर बढ़ोतरी की यही गति रही तो इतिहास की दूसरी सबसे बड़ी बाढ़ की आशंका है। सिंचाई विभाग बाढ़ प्रखंड के अफसरों ने जलस्तर बढ़ने के जो अनुमान दिए हैं, उससे प्रशासन की भी चिंता बढ़ गई है। नए सिरे से बाढ़ से राहत व बचाव कार्य की तैयारी की जा रही है। सबसे बड़ी बाढ़ वर्ष 1978 में आई थी। तब गंगा का जलस्तर 88.39 और यमुना का जलस्तर 87.99 मीटर रिकॉर्ड किया गया था। इसके बाद अब तक की दूसरी बड़ी बाढ़ वर्ष 2013 में आई, जब दोनों जगह जलस्तर 86 मीटर पार कर गया था। इस बार प्रतिदिन एक मीटर की रफ्तार से जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है। वर्तमान में 83 मीटर पार कर चुका है। अफसरों का कहना है कि आने वाले दो दिनों में तेजी से बढ़ोतरी होगी और इसके बाद कुछ कमी आएगी। यह बढ़ोतरी छह अ...