पटना, अगस्त 11 -- भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि मतदाता सूची से 66 लाख नाम हटाना, संविधान एवं लोकतंत्र पर खुला हमला है। इस सूची से बाहर किए गए ज्यादातर लोग समाज के हाशिए पर रहने वाले दलित, मुस्लिम, महिलाएं, प्रवासी मजदूर और गरीब लोग हैं। सोमवार को उन्होंने आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बावजूद चुनाव आयोग इन नामों को हटाने का आधार बताने और पूरी सूची देने से इनकार कर दिया। कई जीवित लोगों को मृत घोषित कर दिया गया। इससे पहले दीपंकर भट्टाचार्य के नेतृत्व में भाकपा माले ने बुद्ध मूर्ति पार्क से सतमूर्ति विरोध मार्च निकाला गया। इस दौरान उन्होंने सतमूर्ति गोलंबर पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं, भाकपा माले के महासचिव ने कहा कि वाल्मीकिनगर में एसआईआर के बावजूद यूपी के 5 हजार लोगों के नाम अब भी लिस्ट म...